सीकर, राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित ग्रामीण समस्या समाधान फॉलोअप शिविर 2025 ग्रामीणों के लिए राहत का प्रभावी मंच बनकर सामने आ रहा है। इसी क्रम में भू-अभिलेख निरीक्षक वृत्त चौमूंपुरोहितान में आयोजित शिविर में एक बड़ी सफलता दर्ज की गई।
3 किलोमीटर रास्ते की समस्या का समाधान
ग्राम पंचायत कोटड़ी धायलान की ढाणी सीता का वाली, कैरली जोहड़ी और ढाणी डेरा के ग्रामीणों की वर्षों पुरानी रास्ते की समस्या का सफलतापूर्वक समाधान किया गया। यह रास्ता कोटड़ी धायलान से होते हुए जयपुर सीमा स्थित ढाणी बल्लूराम धायल (घूमरा ढाणी) तक लगभग 03 किलोमीटर लंबा है।
एकजुटता बनी समाधान की कुंजी
शिविर में उपखण्ड अधिकारी रींगस बृजेश कुमार के समक्ष ग्रामीणों ने इस प्रचलित मार्ग को राजस्व रिकॉर्ड में अंकित कराने का निवेदन किया। खास बात यह रही कि ग्रामीणों ने आपसी पारिवारिक मनमुटाव समाप्त कर एकजुट होकर आवेदन प्रस्तुत किया, जो सामाजिक समरसता का उदाहरण बना।
राजस्व टीम की त्वरित कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए उपखण्ड अधिकारी ने तहसीलदार रींगस, भू-अभिलेख निरीक्षक वृत्त रींगस और पटवारी हल्का कोटड़ी धायलान को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
राजस्व टीम ने ढाणीवासियों के सहयोग से मौके पर जांच कर प्रचलित चालू रास्ते का प्रस्ताव तैयार किया और शिविर में ही प्रस्तुत किया।
आदेश जारी, रास्ता रिकॉर्ड में दर्ज
प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए उपखण्ड अधिकारी ने रास्ते को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए। आदेश मिलते ही वर्षों से चली आ रही समस्या का स्थायी समाधान संभव हो सका।
ग्रामीणों ने जताया आभार
समस्या के समाधान पर सीता का परिवार और अन्य ढाणीवासी बेहद खुश नजर आए। ग्रामीणों ने ग्रामीण समस्या समाधान शिविर को जनहितकारी बताते हुए राज्य सरकार और प्रशासन का आभार व्यक्त किया।