ग्रामीण सेवा शिविरों में लापरवाही पर आईटी विभाग की सख्त कार्रवाई
सीकर में ग्रामीण सेवा शिविरों की समीक्षा
सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग, सीकर ने ग्रामीण सेवा शिविरों में ड्यूटी में लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए कड़ी कार्रवाई की है। संयुक्त निदेशक सत्य नारायण चौहान ने बताया कि पंचायत समिति लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र में कई कियोस्क धारक कैम्प दिवसों पर अनुपस्थित पाए गए।
17 सितंबर से लगाई गई थी ड्यूटी
राज्य सरकार द्वारा आयोजित ग्रामीण सेवा शिविरों में 17 सितंबर 2025 से कियोस्क धारकों की ड्यूटी निर्धारित की गई थी। इसके बावजूद कुल 15 कियोस्क धारक बिना किसी पूर्व सूचना के कैम्पों में उपस्थित नहीं हुए।
इन तिथियों व गांवों में रहे अनुपस्थित
जानकारी के अनुसार—
- 17 सितंबर: बीदासर – रामस्वरूप कुमावत
- 19 सितंबर: बादुसर – केशर महर्षि
- 20 सितंबर: सिंगोदड़ा – प्रेम डूकिया
- 25 सितंबर: भोजासर बड़ा – कुलदीप शर्मा
- 26 सितंबर: हमीरपुरा – प्रेम सिंह, जसरासर – नरेन्द्र सिंह शेखावत
- 3 अक्टूबर: दिसनाऊ – ओमप्रकाश लुनिवाल
- 4 अक्टूबर: लालासी – राहुल जांगिड़
- 10 अक्टूबर: बीदासर – राहुल स्वामी, मनोज गढ़वाल
- 16 अक्टूबर: भूमा बड़ा – पंकज रणवां
- 17 अक्टूबर: बिडोदी बड़ी – सुभाष चंद, विलास राय रैबारी
- 18 अक्टूबर: घस्सू – राजेश मूण्ड
स्पष्टीकरण का मौका, फिर भी जवाब नहीं
पंचायत समिति लक्ष्मणगढ़ कार्यालय द्वारा सभी संबंधित कियोस्क धारकों को तीन दिवस में कारण बताओ नोटिस का जवाब देने का अवसर दिया गया, लेकिन किसी ने भी निर्धारित समय में कोई स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया।
₹1000 प्रति कियोस्क की शास्ति
संयुक्त निदेशक ने बताया कि यह आचरण राजकीय आदेशों की स्पष्ट अवहेलना है। इसलिए दिनांक 8 जुलाई 2025 के आदेश के क्लॉज 9.1 (SLA for Kiosk Only) के अंतर्गत बिंदु (ii) के अनुसार सभी संबंधित कियोस्क धारकों पर ₹1000 प्रति कियोस्क की शास्ति आरोपित की गई है।