सिहोट छोटी पंचायत में संवाद और समझौते से विवाद सुलझा
सीकर। सीकर जिले की धोद पंचायत समिति के अंतर्गत तहसील सीकर ग्रामीण की ग्राम पंचायत सिहोट छोटी में आयोजित ग्रामीण समस्या समाधान शिविर फॉलो-अप कैम्प–2025 ने यह साबित कर दिया कि संवाद, संवेदनशीलता और प्रशासनिक तत्परता से वर्षों पुराने विवाद भी शांतिपूर्वक सुलझाए जा सकते हैं।
जोत विभाजन विवाद का विवरण
ग्राम सिहोट छोटी के काश्तकार मोटाराम दत्तक पुत्र हनुमान और शिवपाल पुत्र मंगलाराम (जाति जाट) के बीच लंबे समय से जोत विभाजन को लेकर विवाद चल रहा था। यह विवाद खेतों के उपयोग में बाधा बन रहा था और आपसी संबंधों में भी तनाव पैदा कर रहा था। कई वर्षों से मामला लंबित था, लेकिन समाधान नहीं हो पा रहा था।
प्रशासन की मध्यस्थता से समाधान
शिविर के दौरान प्रशासन ने दोनों पक्षों को बैठाकर आपसी समझाइश कराई। शांतिपूर्ण चर्चा और सहमति से दोनों काश्तकारों ने जोत विभाजन पर सहमति व्यक्त की। प्रशासन की मौजूदगी में मौके पर ही जोत का विधिवत विभाजन किया गया, जिससे वर्षों पुराना विवाद पूरी तरह समाप्त हो गया।
लाभार्थियों की प्रतिक्रिया
विवाद सुलझने के बाद दोनों किसानों के चेहरे पर संतोष और खुशी स्पष्ट दिखाई दी। आपसी मतभेद समाप्त होने से न केवल भूमि संबंधी समस्या सुलझी, बल्कि सामाजिक सौहार्द भी मजबूत हुआ। काश्तकारों ने प्रशासन और राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया और इस पहल को अत्यंत उपयोगी बताया।
मौके पर उपस्थित अधिकारी
इस अवसर पर तहसीलदार सीकर ग्रामीण भीमसेन सैनी, भू-अभिलेख निरीक्षक वृत्त गोपाल सिंह, पटवारी राजेश कुमार बुरडक, पटवारी रामस्वरूप, प्रशासक ग्राम पंचायत सिहोट छोटी झाबरमल ओला सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
प्रशासनिक पहल की सार्थकता
यह सफलता कहानी राज्य सरकार द्वारा संचालित ग्रामीण समस्या समाधान शिविर फॉलो-अप कैम्प–2025 की सार्थकता को प्रमाणित करती है। इस पहल के तहत न केवल समस्याओं की सुनवाई होती है, बल्कि उनका त्वरित, पारदर्शी और आपसी सहमति से समाधान भी सुनिश्चित किया जाता है।