एसके हॉस्पिटल में सुरक्षा व्यवस्था ध्वस्त
सीकर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसके (श्रीकल्याण) हॉस्पिटल में शनिवार देर रात सुरक्षा में गंभीर चूक सामने आई। रात करीब 2 बजे एक शराबी युवक खुद को डॉक्टर बताकर फीमेल सर्जरी वार्ड में घुस गया।
मरीजों से पूछताछ, युवती का चेकअप करने की कोशिश
युवक ने भर्ती मरीजों से बीमारी व उपचार से जुड़ी बातें पूछना शुरू कर दिया।
एक युवती, जिसकी शुक्रवार को ही सर्जरी हुई थी, से उसने कहा —
“दर्द है तो इंजेक्शन लगवा दूं।”
उसी समय नर्सिंगकर्मी की नजर पड़ी और उससे आईडी कार्ड मांगा, जिसके बाद वह घबरा गया और वार्ड से भाग निकला।
स्टाफ ने गार्डों को जानकारी दी, लेकिन युवक फरार
नर्सिंग स्टाफ ने तुरंत ट्रॉमा यूनिट के गार्डों को सूचना दी।
गार्डों ने खोजबीन की, लेकिन युवक अस्पताल परिसर से फरार हो गया।
रविवार सुबह घटना की रिपोर्ट अस्पताल अधीक्षक डॉ. केके अग्रवाल को दी गई।
उन्होंने पुलिस को शिकायत भेजी है। हालांकि अस्पताल चौकी प्रभारी राजेंद्र कुमार के अनुसार अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है।
नर्सिंग सुपरिटेंडेंट बोले – “वार्ड इंचार्ज जिम्मेदार”
नर्सिंग सुपरिटेंडेंट शिवदयाल बाजिया ने कहा—
- रात में नर्सिंग स्टूडेंट्स की ड्यूटी नहीं होती
- बिना अनुमति वार्ड में रुकना गलत
- वार्ड इंचार्जों को दोबारा सख्ती से निर्देश दिए जाएंगे
खर्च तो 10 लाख महीना, सुरक्षा फिर भी लचर
एसके हॉस्पिटल व मेडिकल कॉलेज में 58 सुरक्षा गार्ड तैनात हैं।
हर महीने 10 लाख से अधिक उनकी सैलरी पर खर्च होता है।
इसके बावजूद—
- पिछले 5 महीनों में 23 मोबाइल चोरी
- कई बार जेब काटने की घटनाएं
- मरीज व परिजन लगातार असुरक्षित
24 घंटे अनहोनी का खतरा
लगातार घटनाओं के बाद भी सुरक्षा अधिकारी सुस्त हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल की सुरक्षा को तुरंत बेहतर करना आवश्यक है ताकि मरीज सुरक्षित महसूस करें।