सीकर, विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर सीकर में नगर परिषद और एसआरकेपीएस संस्था द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य शिक्षा नगरी सीकर को नशा मुक्त नगरी बनाने की दिशा में कदम बढ़ाना और युवाओं में जागरूकता फैलाना रहा।
नगर परिषद ने की वेंडर लाइसेंस प्रणाली की जानकारी
कार्यशाला में नगर परिषद के राजस्व अधिकारी प्रमोद कुमार सोनी ने बताया कि तंबाकू नियंत्रण को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि वेंडर लाइसेंस प्रणाली के तहत अब बिना लाइसेंस तंबाकू उत्पादों की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी गई है।
“90 प्रतिशत तंबाकू विक्रेताओं ने लाइसेंस ले लिए हैं। जो नहीं लेंगे, उनके खिलाफ जल्द ही कार्यवाही होगी।” – प्रमोद कुमार सोनी
उन्होंने कहा कि स्कूल, कॉलेज और अस्पताल जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में तंबाकू उत्पादों की बिक्री नहीं होने दी जाएगी। समय-समय पर निरीक्षण और जुर्माना भी लगाया जा रहा है। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि वे तंबाकू नियंत्रण में सहयोग करें और स्वस्थ समाज के निर्माण में भूमिका निभाएं।
युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश
विशिष्ट अतिथि पिपराली ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजीत कुमार ने कहा कि तंबाकू युवाओं के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है और समाज की प्रगति में भी बाधा डालता है। उन्होंने शिक्षण संस्थानों को नशा मुक्त वातावरण सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
मुख्य अतिथि एस के मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. रामरतन यादव ने कहा कि तंबाकू सेवन से बीमारियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। उन्होंने सभी को इस मुहिम का हिस्सा बनने का संदेश दिया।
कानून के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर
एसआरकेपीएस के प्रतिनिधि राजन चौधरी ने कहा कि COTPA (सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम) का सख्ती से पालन बेहद जरूरी है। इससे युवाओं को तंबाकू की लत से बचाया जा सकता है और जनस्वास्थ्य पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा।