सीकर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व और नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा के निर्देशन में राज्य सरकार ने “शहरी सेवा शिविर-2025” के फॉलोअप कैम्प आयोजित करने का निर्णय लिया है। ये कैम्प 3 नवम्बर (सोमवार) से 7 नवम्बर (शुक्रवार) तक पूरे प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में आयोजित होंगे।
शिविरों का उद्देश्य
इन फॉलोअप कैम्पों का मुख्य उद्देश्य लंबित प्रकरणों का त्वरित और पारदर्शी निस्तारण करना है।
राज्य सरकार चाहती है कि प्रत्येक आवेदक को मौके पर समाधान और योजनाओं का लाभ मिले।
शहरी सेवा शिविर का पृष्ठभूमि
“शहरी सेवा शिविर-2025” का शुभारंभ 17 सितम्बर 2025 को हुआ था।
इन शिविरों में जन्म, मृत्यु, विवाह पंजीकरण, पट्टा, नामांतरण, ट्रेड लाइसेंस, ऋण स्वीकृति जैसे कार्यों को प्राथमिकता दी गई थी।
इसके साथ ही सड़क, नाली, सीवर लाइन मरम्मत, सार्वजनिक स्थानों का सौंदर्यीकरण और लाइट लगाने जैसे जनोपयोगी कार्य भी किए गए।
जिला कलेक्टर का बयान
जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने बताया कि विभागीय टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि
“सभी लंबित प्रकरणों का फॉलोअप कैम्पों के दौरान शत-प्रतिशत निस्तारण सुनिश्चित किया जाए, ताकि किसी भी आवेदक को असुविधा नहीं हो।”
कैम्प प्रक्रिया और छूट व्यवस्था
राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार—
- जिन प्रकरणों में मांग पत्र जारी हो चुका है, उनमें शिविर अवधि की छूट के अनुसार राशि जमा की जाएगी।
- जिनमें मांग पत्र जारी नहीं हुआ है, उन्हें शिविर अवधि की शिथिलता के अनुसार जारी किया जाएगा।
- फॉलोअप शिविरों के बाद किसी भी प्रकार की छूट या शिथिलता नहीं दी जाएगी।
पारदर्शी सेवा प्रदायगी को मिलेगा बल
इस निर्णय से नगरीय क्षेत्रों में पारदर्शी, उत्तरदायी और त्वरित सेवा प्रदायगी को नया बल मिलेगा।
साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अंत्योदय संकल्पना के अनुरूप राज्य सरकार जनसुविधाओं के अंतिम छोर तक लाभ पहुंचाने की दिशा में अग्रसर है।
