सीकर, भारत निर्वाचन आयोग ने 01 जनवरी 2026 को आधार तिथि मानकर जारी विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम की समय सीमा में संशोधन किया है।
अब अधिकांश गतिविधियों को एक सप्ताह तक बढ़ाया गया है, जिससे मतदाता सूची के अद्यतन कार्य को अधिक सटीक बनाया जा सके।
अब 11 दिसंबर तक चलेगा घर-घर सर्वे
संशोधित कार्यक्रम के अनुसार, गणना अवधि यानी घर-घर जाकर किए जाने वाले सर्वे और सूचना संग्रह का कार्य अब 11 दिसंबर 2025 तक पूरा किया जाएगा।
इसके साथ ही मतदान केंद्रों का युक्तिकरण और पुनर्गठन भी इसी तिथि तक संपन्न किया जाएगा।
ड्राफ्ट रोल की नई तिथियां
- कंट्रोल टेबल अपडेट व ड्राफ्ट रोल तैयारी: 12 से 15 दिसंबर 2025
- प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन: 16 दिसंबर 2025 (मंगलवार)
चुनाव विभाग के अनुसार ये तिथियां सुनिश्चित करेंगी कि प्रारूप सूची ज्यादा पारदर्शी और सटीक तरीके से प्रकाशित हो सके।
दावे और आपत्तियों के लिए बढ़ी अवधि
प्रारूप सूची जारी होने के बाद नाम जोड़ने, हटाने और संशोधन कराने के लिए 16 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक दावे एवं आपत्तियां स्वीकार की जाएंगी।
इन दावों का निस्तारण 16 दिसंबर 2025 से 7 फरवरी 2026 के बीच किया जाएगा।
अंतिम मतदाता सूची 14 फरवरी 2026 को
संशोधित कार्यक्रम के अनुसार अंतिम मतदाता सूची 14 फरवरी 2026 (शनिवार) को प्रकाशित होगी।
यह सूची 2026 में होने वाले संभावित चुनावों के लिए आधार बनेगी।
BLOs को दिए गए निर्देश
जिला निर्वाचन कार्यालय ने सभी बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) और पर्यवेक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बढ़ी हुई समय सीमा का पूरा उपयोग करें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र नागरिक मतदाता सूची से वंचित न रहे।