गहलोत साहब अपने कार्यकाल को पहले याद करें – राठौड़
झुंझुनू/चूरू, राजस्थान की राजनीति में चल रही बयानबाज़ी के बीच भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान पर करारा जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लेकर अंदरूनी कलह की बात कही थी।
“गहलोत साहब का बयान भ्रामक और काल्पनिक” – राठौड़
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि,
“गहलोत साहब को यह याद रखना चाहिए कि उनके खुद के शासन के एक साल बाद ही उनके खिलाफ दो खेमे बन गए थे। उनके विधायक और मंत्री पुलिस पहरे में रखे जाते थे। अब वो अपने साथियों को गलबहियां डालते हैं, जिन्हें पहले नालायक कहा करते थे।”
उन्होंने गहलोत के दावे को बेबुनियाद, काल्पनिक और भ्रामक बताया और कहा कि बीजेपी सरकार पूरी तरह एकजुट है, और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में स्थिरता और विकास के पथ पर अग्रसर है।
क्या था गहलोत का बयान?
गौरतलब है कि जोधपुर में अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत में दावा किया था कि,
“दिल्ली और राजस्थान में कुछ लोग भजनलाल शर्मा को हटाने की योजना बना चुके हैं, लेकिन वे खुद यह समझ नहीं पा रहे।”
गहलोत ने यह भी कहा था कि भजनलाल शर्मा पहली बार विधायक बने और सीधे मुख्यमंत्री बन गए, ऐसे में उन्हें बार-बार बदलने से क्या फायदा ?
राजनीतिक हलकों में हलचल
गहलोत के बयान ने राजनीतिक हलकों में गर्मी ला दी थी, जिसके बाद अब राठौड़ का तीखा पलटवार इस विवाद को और गहरा कर सकता है।
क्या आने वाले दिनों में इस बयानबाज़ी का असर राजस्थान बीजेपी की कार्यप्रणाली पर पड़ेगा? या यह सिर्फ सियासी रणनीति का हिस्सा है? इसका जवाब वक़्त ही देगा।