कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर काम नही करने का दुष्परिणाम अन्य श्रमिको को भुगतना पड़ता है
झुंझुनूं, महात्मा गांधी नरेगा के कार्यों पर गत पांच साल के दौरान पहली बार प्रतिदिन 30 हजार से ज्यादा श्रमिक काम पर आ रहे हैं, परन्तु कुछ स्थानों पर काम के बजाय केवल हाजिरी लगवाकर चले जाने या बिल्कुल काम नही करने की शिकायतें जिला नियंत्रण कक्ष को प्राप्त हो रही है। ऐसी शिकायतों को गंभीरता से लेकर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट द्वारा सभी ग्राम सचिवों, अभियंताओं, तथा विकास अधिकारियों को अधिकाधिक निरीक्षण करने तथा समुह वार नाप करने के निर्देश दिये गये है। उदयपुरवाटी, बुहाना तथा खेतड़ी ब्लॉक की कुछ ग्राम पंचायतों में निरीक्षण करने वाले कर्मचारियों के साथ श्रमिकों द्वारा दुर्व्यवहार जैसी शिकायतें भी प्राप्त हुई है। नरेगा के अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक जाट द्वारा निर्देश दिए हैं लगातार निरीक्षण के उपरांत भी किसी कार्य की प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 150 रुपये से कम टास्क आने पर ऐसे मामलों में मेट को तुरन्त हटाकर ब्लैक लिस्टेड करने तथा ऐसे कामो का तीन दिन तक लगातार निरीक्षण किया जाकर टास्क में सुधार नही होने पर ऐसे कार्यो को बन्द कर दिया जावे। उल्लेखनीय है कि दैनिक मजदूरी 220 रुपये निर्धारित होने के बावजूद गत पखवाड़े के दौरान 50 प्रतिशत से अधिक कार्यो पर लगे श्रमिकों की दैनिक मजदूरी 150 रुपये से भी कम आयी है। कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर काम नही करने का दुष्परिणाम अन्य जरूरतमंद श्रमिको को भुगतना पड़ता है।