Video News – कोट बांध पर चली चादर, लोहार्गल की पहाड़ियों से फूटे झरने और 20 साल बाद आई शेखावाटी की गंगा काटली नदी
लोहार्गल की पहाड़ियों में चले झरने वही 20 साल बाद निकली शेखावाटी की गंगा काटली नदी
सावन के महिने में पहुंच रहे है श्रद्धालु वही प्रकृति के नजारो का लुफ्त उठाने आ रहे है पर्यटक
हमारी अपील सावधानी पूर्वक ले आनंद नहीं मस्ती पड़ सकती है महगी
कोट बांध पर चली चादर
चिराना[मुकेश सैनी] / झुंझुनू, धार्मिक स्थल लोहार्गल की पहाड़ियों में वर्तमान में हो रही अच्छी वर्षा के चलते प्रकृति के दिलकश नज़ारे देखने को मिल रहे है। एक तो सावन का महीना और उसमे अच्छी बारिश ने श्रद्धालुओ की संख्या के साथ पर्यटन प्रेमियों को लोहार्गल की पहाड़ियों में चलने वाले झरनो ने अपनी और आकर्षित करना शुरू कर दिया है, जिससे बड़ी संख्या में लोग यहाँ पर पहुंच रहे है। चिराना के आसपास के क्षेत्र में कल से हो रही है जमकर बरसात होने से लोहार्गल की पहाड़ियों में झरना चलना शुरू हो गए हैं जिसमे युवा झरने में स्नान का आनंद लेने के लिए पहुंच रहे है। वही अच्छी बारिश के चलते कोट बांध की चादर भी अभी अभी चलनी शुरू हो चुकी है। कोट बांध भरने की क्षमता पूरी हो गई है। चिराना की पहाड़ियों से बादल अठखेलिया करते हुए दिखाई दे रहे है। इन्ही दिलकश नजारो का आनंद लेने के लिए युवा बड़ी संख्या में पहुंच रहे है। साथ ही शेखावाटी की गंगा और क्षेत्र की लाइफ लाइन कही जाने वाली काटली नदी भी अपने उद्गम स्थान से निकल पड़ी है। मिल रही जानकारी के अनुसार काटली का बहाव आज धोबी घाट को क्रॉस कर सकता है। स्थानीय लोगो के अनुसार २० साल बाद काटली नदी के बहाव के दर्शन हुए है।