बुहाना, सन् 1994 के समझौते के अनुसार यमुना नहर का पानी लाने के लिए बनी पुरानी डी पी आर को मंजूर करने, ओलावृष्टि व शीत प्रकोप से नष्ट हुई रबी 2022-23 की फसलों के मुआवजे से वंचित किसानों को मुआवजा देने, बरसाती पानी की नदियों को पुनर्जीवित करने की मांग को लेकर तहसील कार्यालय बुहाना के सामने जारी अनिश्चितकालीन धरना पंद्रहवें दिन भी जारी रहा । आज के धरने की अध्यक्षता विकास मान ने की । धरने को अखिल भारतीय किसान महासभा के जिलाध्यक्ष कामरेड ओमप्रकाश झारोङा, बुहाना प्रखंड अध्यक्ष कामरेड रामकुमार यादव,सिंघाना प्रखंड सचिव कामरेड विधाधर गर्सा, कामरेड रामेश्वर मैनाना,कामरेड रामलाल कुमावत, विकास मान,राजेंद्र जांगिङ,गोकूल सिंह, रमेश कुहाङवास, धर्मपाल, कोयली, दलीप, धर्मचंद,जय सिंह, प्रताप सिंह, सुमेर सिंह मानपुरा,योगेश बलौदा, सोमवीर बलौदा, राधेश्याम भवानीपुरा, विक्रम सिंह यादव सहङ ने संबोधित किया तथा किसानों से आंदोलन में बढ़चढ़कर भाग लेने की अपील की ।