किसान समस्याओं को लेकर संघर्ष करने का लिया संकल्प
चिङावा, अखिल भारतीय किसान महासभा का द्वितीय प्रखंड सम्मेलन आज विद्यालय प्रांगण के सामने संपन्न हुआ। सम्मेलन की अध्यक्षता भरत सिंह खुडोत,कुरङाराम पूर्व सरपंच मालुपूरा व राम सिंह सारी ने की । सम्मेलन को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव कामरेड रामचंद्र कुलहरि ने कहा कि मोदी सरकार की किसान विरोधी कार्पोरेट परस्त नीतियों की वजह से खेती की लागत कीमत बढने व अनाज का लाभकारी मूल्य न मिलने के कारण किसान कर्जे में दबकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो रहा है । एम एस पी को कानूनी गारंटी देने की मांग को लेकर किसानों का राष्ट्रव्यापी संघर्ष जारी है । जिलाध्यक्ष कामरेड ओमप्रकाश झारोङा ने कहा कि यमुना नहर का पानी झुंझुंनू जिले में लाने व काटली नदी को पुनर्जीवित करने की मांग को लेकर हमारा आंदोलन जारी रहेगा । राजस्थान निर्माण मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष कामरेड मनफूल सिंह रायपुर जाटान, देवेन्द्र कुमार, अनिल कुमार पूर्व सरपंच खुडोत, कुरङाराम पूर्व सरपंच मालुपूरा, भरत सिंह, राम सिंह सारी, वीरभान सिंह से• नि• अध्यापक,देवेन्द्र बाल्याण, नरेश कुमार वकील, शीशराम सोमरा, पवन कुमार, राजवीर सैन, रोहिताश, होशियार सिंह, दीपू, मनीष, रवि, राजेश, बनवारी, धर्मपाल पायल, रामकुमार, दयानंद जांगिङ आदि ने संबोधित किया । सम्मेलन में प्रस्ताव पारित कर एम एस पी को कानूनी गारंटी देने, स्मार्ट मीटर के नाम पर आम जनता की लूट बंद करने, ओलावृष्टि व शीत प्रकोप से सन् 2022-23 की रबी फसलों के हुए नुकसान के मुआवजे से वंचित किसानों को तुरंत मुआवजा देने, प्रधानमंत्री फसल बीमा के नाम पर बीमा कंपनियों की लूट की बजाय फसलों के नुकसान पर किसानों को फायदा देने की नीति बनाने, पिलानी विधान सभा क्षेत्र में कुंभाराम लिफ्ट नहर परियोजना का पानी अतिसिघ्र लाने, सन् 1994 के समझौते के अनुसार यमुना नहर का पानी लाने हेतु पुरानी डी पी आर मंजूर करवाने आदि मांगों का प्रस्ताव पारित किया । अखिल भारतीय किसान महासभा ने दुनियाभर में देश का नाम रोशन करने वाली पहलवान विनेश फोगाट के साथ हुए अन्याय की न्यायिक जांच करवाने तथा उसके बारे में खेल मंत्री द्वारा संसद में दिये गये खर्च के ब्यौरे की आलोचना की तथा मांग की कि मंत्रियों तथा प्रधानमंत्री के यात्रा खर्चों व विज्ञापनों का खर्च भी बताएं । प्रस्ताव में मांग की गई कि अग्निवीर योजना को वापस लेकर पुराने तरीके से पुनः भर्तियां की जावे । सम्मेलन में 11 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया जिसमें अध्यक्ष अनिल कुमार उर्फ टोनी पूर्व सरपंच खुडोत, सचिव देवेन्द्र बाल्याण, उपाध्यक्ष क्रमशः कुरङाराम मालूपुरा, राम सिंह सारी, कोषाध्यक्ष शुभराम सोमरा, सदस्य क्रमशः रामोतार शर्मा, देशराज बलौदा,रतीराम राव, विरेंद्र पायल, रामनिवास शर्मा अरङावता,विजय सिंह व रामसिंह का चयन किया गया । सभी ने संकल्प लिया कि किसानों की मांगों का समाधान न होने पर आंदोलन तेज किया जावेगा ।