चूरू, चूरू जिले पहले जिला प्रमुख और पांच बार विधायक रहे रावतराम आर्य की चौथी पुण्य तिथि पर जिला मुख्यालय स्थित आदर्श छात्रावास में एक कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर मौजूद लोगों ने श्रद्धा के साथ आर्य को याद किया और उनके व्यक्तित्व-कृतित्व पर चर्चा की। इस मौके पर अध्यक्षता करते हुए कानाराम मेघवाल ने कहा कि वह भारत की राजनीति का सुनहरा दौर था, जब सादगी और साफगोई राजनेताओं का आभूषण हुआ करती थी। रावतराम आर्य ने बार-बार विभिन्न पदों पर निर्वाचन के बावजूद किसी प्रकार के अहंकार को अपने पास नहीं फटकने दिया और सहज-सरल जीवन जीते हुए जनता के हित को हमेशा तरजीह दी।
पूर्व जिला परिषद सदस्य मोहन लाल आर्य ने कहा कि उनके पिता रावतराम आर्य का जीवन सभी के लिए आदर्श और प्रेरणादायी है। आज के सार्वजनिक जीवन में इतनी शुचिता, पारदर्शिता और ईमानदारी की कल्पना भी करना बेमानी है। उन्होंने रावतराम आर्य के जीवन से जुड़े विभिन्न संस्मरणों पर चर्चा की।
भाजपा नेता नरेंद्र काछवाल ने कहा कि हमें रावतराम आर्य जैसे महापुरुषों के पदचिन्हों पर चलने की कोशिश करनी चाहिए। उनका जीवन बताता है कि कैसे हम अपनी आवश्यकताओं को सीमित रखते हुए दूसरे लोगों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि रावतराम आर्य ने सादगी और ईमानदारी से भरा जो जीवन जिया, वह एक मिसाल है। इस दौरान इंजीनियर रवि आर्य, धर्मेंद्र श्योराण, नीरज जांगिड़, सुभाष जांगिड़, एडवोकेट श्रीकृष्ण कड़वा, महेंद्र रूलानिया सहित बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने आर्य को पुष्पांजलि अर्पित की।