सिंघाना [ के के गाँधी ] एक तरफ पुलवामा के आतंकी हमले में शहीद हुए जवानो के बदले के लिए पूरा देश उबल रहा है वही फौजियों के जिले झुंझुनू में फौजी के परिजन दो फौजी भाईयों के मौत के मामले में काईवाई लिए दर दर दस्तक दे रहे है लेकिन अभी तक जांचे ही चल रही है। करीब तीन माह पहले शाहपुर में हुई फौजी अखिलेश की हत्या के मामले में आज शुक्रवार को सेना के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी जुटाई। गौरतलब है कि 2 दिसम्बर 2018 को शाहपुर निवासी फौजी अखिलेश अपनी बहिन के यहां जा रहा था रास्ते में किढ़वाना के पास सात-आठ युवकों ने किसी बात को लेकर पीट पीटकर अखिलेश की हत्या कर दी थी। घटना के बाद परिजनों ने 4 नामजद व 5-6 अन्य के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया था। लेकिन पुलिस द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तार नही करने व मामले में लिपापोती करने से नाराज परिजनों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था इसी क्रम में 21 जनवरी को पिडि़त परिवार ने न्याय कि गुहार लगाते हुए कलेक्ट्रेट पर धरना शुरू कर दिया था। 29 जनवरी को मृतक अखिलेश का भाई संदीप जो खुद भी फौज में था धरनार्थियों का खाना लेकर झुंझुनूं जा रहा था कि रास्ते में लाखु के पास सडक़ हादसे में मौत का शिकार हो गया था। परिजनों ने आरोप लगाया कि संदीप की भी पूर्व प्लानिंग के तहत टक्कर मारकर हत्या की गई है। दोनों फौजी भाईयों के चले जाने पर परिजनों ने सेना के अधिकारियों को पत्र लिखकर घटना से अवगत करवाते हुए कार्यवाही में सहयोग करने की बात कही। जिस पर शुक्रवार को सेना के कर्नल आनंद व उनके साथ आए जवानों ने घटनास्थल का जायजा लिया तथा परिजनों से मिलकर जल्द न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। अब यह भी देखने वाली बात है क्या इस फौजी की फॅमिली को इन्साफ मिल पाता है या नहीं।