चूरू, [सुभाष प्रजापत ] राज्य सरकार की खास पहल पर जिले में चल रहे महंगाई राहत कैंपों एवं प्रशासन गांवों के संग शिविरों का आमजन को भरपूर लाभ मिल रहा है। जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग के नेतृत्व में अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा संवेदनशीलता से काम कर आमजन को राहत दी जा रही है। इसी कड़ी में, बुधवार को गौरीसर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर लगा महंगाई राहत कैंप एवं प्रशासन गांवों के संग शिविर गोपीराम और उसके परिवार के लिए वरदान साबित हुआ, जिसमें बीस वर्ष से चली आ रही अशुद्धि को दुरुस्त कर खाता विभाजन किया गया। शिविर में गोपीराम पुत्र रावताराम के साथ पांच भाई व पत्नी कैंप में शिविर प्रभारी एसडीएम अभिलाषा के समक्ष उपस्थित हुए। गोपीराम ने बताया कि खातेदारी भूमि में मेरा व मेरे भाई का नाम 20 वर्ष से गलत चल रहा है और हमारा खाता विभाजन भी नहीं हुआ है। इस कारण खातेदारों को किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम किसान निधि इत्यादि योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। हमने मौके पर भाई बंटवारा कर रखा है किंतु अभिलेख में नहीं है। साथ ही खातेदारों ने अवगत करवाया कि ग्राम पंचायत में पूर्व में आयोजित कैंप में भी हम उपस्थित हुए, किंतु अब तक न तो नाम सही हुए, ना ही हमारा खाता विभाजन हुआ। इस पर शिविर प्रभारी ने तहसीलदार बजरंगलाल को निर्देशित किया कि खातेदारों का नाम सही कर खाता विभाजन की प्रक्रिया आज ही पूर्ण करें। तहसीलदार के निर्देशन में हल्का पटवारी विकास कुमार व भू.अ.नि. संजय कुमार ने खातेदारों के नाम सही कर रिपोर्ट उपखंड अधिकारी को पेश की। मौके पर ही मजमे आम में सुनवाई कर उपखंड अधिकारी ने शुद्धि का आदेश लेंड रेवेन्यू एक्ट 1956 के सेक्शन 36 में जारी कर किया। तत्पश्चात् खाता विभाजन के कागजात तैयार किए। सह खातेदार गीता पत्नी गोपीराम वृद्ध व बीमार होने के कारण शिविर स्थल पर उपस्थित होने में असमर्थ थी। इस पर हल्का पटवारी, भू.अ.नि. व स्वयं तहसीलदार ने घर जाकर समझाईश की और गीता देवी के हस्ताक्षर करवाए। इस प्रकारा नाम सही व खाता विभाजन की प्रक्रिया पूर्ण की गई और हाथोंहाथ खातेदारों को अभिलेख की नकल (जमाबंदी) दी गई। इस पर सभी खातेदारों की खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं रहा। सभी ने राज्य सरकार, जिला प्रशासन और कैंप में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों की सराहना की।