मलसीसर तहसील के डाबड़ी धीर सिंह गांव में 3 साल की बच्ची के साथ हुए बलात्कार के मामले में शुक्रवार को बच्ची के परिजन बच्ची को झुंझुनू के भगवान दास खेतान अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव व महिला बाल विकास विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला ने 3 साल की मासूम को भर्ती कराकर उसका इलाज शुरू करवाया। डॉक्टरों के बताए अनुसार मासूम की हालत स्थिर है। 3 साल की मासूम खतरे से बाहर भी बताई गई है। वहीं 3 साल की मासूम बच्ची पहले से दिल के रोग से ग्रस्त थी जिसका इलाज भगवान दास खेतान अस्पताल में चलाया जा रहा है। महिला बाल विकास विभाग की ओर से मासूम की सहायता भी की गई है। गौरतलब है की एक माह पहले ही बेगू का बास (हमीरवास) की मासूम अपनी माता के साथ ननिहाल डाबड़ी धीर सिंह रहने आई हुई थी। गुरूवार को मासूम की माता अपने चाचा से मिलने चिड़ावा चली गई व नाना किसी काम से बाहर चले गए थे और नानी पड़ौस में छाछ लेने के लिए मासूम को घर पर अकेली छोडक़र चली गई थी। वापस आते वक्त नानी ने देखा कि उसके घर से बर्तन बेचने वाला निकल रहा है घर में घुस कर नानी ने जब देखा तो नानी के पैरों तले से जमीन खिसक गई बच्ची लहुलहान अवस्था में थी। पड़ोसियों की सहायता से नानी ने मासूम के परिजनों और नाना को बुलाया फिर बाद में मासूम को थाना लेकर पहुंचे जिसके बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामला दर्ज करके पीडि़त मासूम को मलसीसर सीएचसी में भर्ती कराया और अपराधी को ढूंढने में लग गई। पत्रकारों के जवाब देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेश कुमार मीणा ने बताया कि शक के आधार पर एक बर्तन बेचने वाले व्यक्ति को राउंडअप किया गया है जो की दौसा का है और उससे पूछताछ भी की जा रही है। जल्द ही आरोपी की शिनाख्त हो जाएगी।