राष्ट्र स्तरीय गांधी दर्शन एवं किसान सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के किसान प्रतिनिधियों ने कृषि नवाचारों पर किया मंथन
सीकर, शांति एवं अंहिसा प्रकोष्ठ सीकर एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्र स्तरीय गांधी दर्शन एवं किसान सम्मेलन का आयोजन मंगलवार को प्रधानजी का जाव सीकर में आयोजित किया गया। सम्मेलन में गांधी दर्शन से जुड़े विचारकों, अन्तर्राज्यीय किसानों के प्रतिनिधियों ने किसानों की समस्याओं, कृषि में हुये नवाचारों को लेकर मंथन किया। कार्यक्रम में महाराष्ट्र, तमिलनाडू, आन्ध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखण्ड, झारखण्ड,उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्यों के करीब 1500 प्रतिनिधियों ने किसान सम्मेलन में भाग लिया।
किसान सम्मेलन कार्यक्रम में सीकर विधायक राजेन्द्र पारीक ने सम्बोधित करते हुए कहा कि गांधीजी ने सत्य व अंहिसा पर बल दिया था। आज हमें उनके आदर्शों एवं उनके सिदान्तों को आत्मसात करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हितों के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में किसान राजस्थान मिशन 2030 के संबंध में भी अपने सकारात्मक सुझाव देवें ताकि उन्हें राज्य सरकार को भिजवाया जा सके।
कार्यक्रम में शांति एवं अंहिसा निदेशालय जयपुर के निदेशक मनीष कुमार शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि राज्य में शांति एवं अंहिसा विभाग द्वारा आयोजित यह पहला राष्ट्रीय स्तरीय सम्मेलन है जिसमें देश की गांधीवादी संस्थाओं, किसानों के प्रतिनिधि गांधी दर्शन पर चिंतन, मनन के साथ—साथ उसका प्रचार—प्रसार करेंगे। राष्ट्र स्तरीय किसान सम्मेलन विभाग की पहल पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि गांधीजी के सिद्धांतों को अधिकतम व्यक्तियों तक पहुंचाने के लिए इस प्रकार के आयोजन सार्थक सिद्ध होंगे। इससे युवा पीढी महात्मा गांधी विचारों को जान पायेगी। उन्होंन कहा कि वर्तमान परिस्थति में गांधी विचारों को अंगीकार कर सामाजिक जीवन में उपयोग ले सकेंगे। राज्य सरकार युवाओं को गांधी दर्शन से प्रशिक्षित करने के लिए गंभीर है। महिलाओं को गांधी दर्शन से सशक्त करने प्रयास किये जा रहे है।
उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर शांति एवं अंहिसा प्रकोष्ठ का गठन किया जा चुका है तथा उपखण्ड स्तर पर भी प्रकोष्ठ गठित कर 15—15 सक्रिय सदस्य व ग्राम पंचायत स्तर पर 5—5 सदस्य जोड़े जायेंगे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी प्रेरक गांधीजी के रचनात्मक कार्यों को आगे बढ़ाने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन ने आजादी से पहले भी हमें प्रेरणा दी और भविष्य में भी प्रेरणा मिलती रहेगी।
जिला कलेक्टर सौरभ स्वामी ने किसान सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधीजी ने स्वराज की बात कही थी और उन्होंने सत्याग्रह पर बल दिया था। उन्होंने कहा कि जो सत्य के मार्ग पर चलेगा वह कभी हारेगा नहीं। उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन, गांधीजी के सिद्धान्त आने वाली पीढ़ी को सदैव प्रेरणा देती रहेगी।
जिला कलेक्टर स्वामी ने किसान सम्मेलन में राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि राजीविका में महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों का गठन कर राजीविका की महिलाएं विभिन्न उत्पाद बनाकर आर्थिक लाभ लेने के साथ ही स्वयं आत्म निर्भर बन रही है। उन्होंने बताया कि नाबार्ड द्वारा किसानों को कृषि मशीन, कृषि संयत्रों पर ऋण दे रही है। उन्होंने किसानों को मनरेगा योजना की जानकारी देते हुए बताया कि मनरेगा में 262 कार्य अनुमत है, जिसमें एक कार्य किचन गार्डन का है। किसान किचन गार्डन लगाकर सब्जी उत्पादन का लाभ ले सकते है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा किसानों को तारबंदी, ड्रीप स्प्रिंगलर पर अनुदान दे रही है जिसका लाभ वें कृषि कार्य के लिए कर सकते है। उन्होंने कहा कि हमें भाईचारे और प्रेम को बचायें रखना हैं, आज हम सभी यहां एकत्रित हुए है। उन्होंने कहा कि मेरी यही आशा व उम्मीद है कि आज हम यहां से प्रेम का संदेश लेकर जाये और अधिक से अधिक लोगों की सहायता करें, साथ ही शिक्षित व्यक्ति अधिक से अधिक सरकार की योजनाओं के बारे में आमजन को बतायें ताकी उनकों भी योजनाओं का लाभ मिल सके।
पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने सम्मेलन में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज के युग में गांधीजी के विचार आज भी प्रासांगिक है। ग्राम स्वराज की कल्पना गांधीजी ने की थी। सम्मेलन में राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य एवं शांति एवं अंहिसा प्रकोष्ठ सीकर के जिला संयोजक शिवभगवान नागा ने बताया कि किसान सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है कि किसानों की समस्याओं व उनके हितों को किस प्रकार लागू किया जा सके, इसके बारे में किसान सम्मेलन में पूरे हिन्दुस्तान के किसानों के प्रतिनिधि के तौर पर अनेक किसान संगठन के प्रतिनिधि यहां आये है। उन्होंने बताया कि किसानों की समस्याओं के बारे में एक ड्राफ्ट मिशन 2030 तैयार करके राजस्थान सरकार को भिजवाया जायेगा।
किसान सम्मेलन में गोपाल सिंह चौधरी उत्तराखण्ड, विजय भाई छत्तीसगढ़, संजय शर्मा, अनुपाल सिंह राणा, सुनिल फोजी नोएड़ा,दशरथ कुमार,धर्मवीर कटेवा ने खेती से जुड़े हुए अपने सुझाव दिये। कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार बिमला महरिया, शारीरिक शिक्षक राजवीर सिंह शेखावत ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम में बीसूका उपाध्यक्ष सुनिता गठाला,नगर परिषद उपसभापति अशोक चौधरी, पूरण कंवर,जिला परिषद सदस्य उर्मिला धायल, पार्षद सरला दानोदिया,लक्ष्मी सैनी,सीता बाजिया, शांति एवं अंहिसा प्रकोष्ठ जिला सह संयोजक राजेन्द्र प्रसाद सैनी, सदस्य विनोद नायक,सहायक निदेशक प्रशासनिक सुधार विभाग इंदिरा शर्मा,प्रदीप सैनी, उप निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ओमप्रकाश राहड़, पार्षद, जनप्रतिनिधि, प्रगतिशील कृषक,विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।