थानेदार पर भी लगाया है सहयोग करने का आरोप
सरपंच के फार्म हाउस पर पार्टी में हुआ था झगड़ा
झगड़े के बाद पीछा कर की थी दिलसुख की हत्या
घटना के करीब 12 घंटे बाद हुआ बोर्ड से पीएम
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] 24 वर्षीय युवक की लाठी व सरियो से निर्मम हत्या के बाद घटना में लिप्त आरोपियों ने हत्या को हादसे का जामा पहनाने का प्रयास भी किया और अपनी कार से रतनगढ़ के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। इन आरोपों के साथ इस कृत्य में एक थानेदार पर आरोपियों का सहयोग करने का आरोप भी लगाया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रतनगढ़ तहसील के गांव सेहला में रतनसरा रोड पर स्थित एक कृषि फॉर्म में एक युवक की जन्मदिन की पार्टी चल रही थी। विकेशसिंह जालेऊ का जन्मदिन था और गांव सेहला में सरपंच के फार्म हाउस में पार्टी थी। पार्टी में राजेंद्रसिंह, भवानीसिंह निवासी सेहला, विकेशसिंह निवासी जालेऊ, गंगासिंह, राहुलसिंह निवासी रतनगढ़, रणवीरसिंह, वीरेंद्रसिंह व हर्षवर्धनसिंह निवासी काछवा, प्रदीप निवासी गनोड़ा शामिल थे। इन लोगों ने रतनगढ़ के वार्ड तीन निवासी दिलसुख गोदारा को भी पार्टी में बुलाया था। पार्टी में भोजन करने के बाद विकेशसिंह व अन्य लोग दिलसुख के साथ लड़ाई झगड़ा करने लगे, तो दिलसुख वहां से अपनी कैंपर गाड़ी लेकर रवाना हो गया। तब उपरोक्त लोगों ने दिलसुख का गाड़िया लेकर पीछा किया और खुडेरा गांव के नजदीक उसकी गाड़ी को रोक लिया और उसके बाद एकराय होकर दिलसुख की लाठी, डंडे, सरिये व लोहे के पाइप से मारपीट कर हत्या कर दी और खुडेरा गांव के नजदीक फेंक दिया। हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए खुडेरा गांव के नजदीक कैंपर गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और उसके बाद गंगासिंह, राजेंद्रसिंह तथा तीन-चार अन्य लोग दिलसुख को कार में डालकर जिला अस्पताल लेकर आए, जहां एक आरोपी युवक के थानेदार पिता भी वहां पर आ गए तथा जिला अस्पताल में दिलसुख को छोड़कर वहां से फरार हो गए। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद पुलिस हत्या के आरोपियों की तलाश में जुट गई। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने जगह-जगह दबिश दी तथा चार लोगों को राउंडअप कर लिया। सूचना के बाद एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंची तथा हत्या से जुड़े साक्ष्य जुटाए। मोर्चरी के आगे परिजनों एवं लोगों की भीड़ जमा हो गई तथा हत्या के आरोपियों की गिरफ्तार एवं एक आरोपी के थानेदार पिता को सस्पेंड करने की मांग पर अड़ गए। काफी देर तक आपसी समझाइश का दौर चला। उसके बाद मृतक के भाई मनोज ने 9 नामजद लोगों के खिलाफ रिपोर्ट देने के बाद तथा अन्य आरोपियों की शीघ्र ही गिरफ्तार एवं एएसआई को लाइन हाजिर करने के बाद पोस्टमार्टम पर सहमति बनी, जिस पर पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर लाश परिजनों के सुपुर्द कर दी है।