भाजपा के ब्राह्मण प्रत्याशी के सामने जाट प्रत्याशी उतारकर मार लिया मैदान
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] रतनगढ़ विधानसभा क्षेत्र को अधिकांश पार्टियां ब्राह्मण बाहुल्य सीट के रूप में जानती थी तथा परंपरागत रूप से दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल ब्राह्मण जाति से ही अपने उम्मीदवार घोषित करती आई है। हालांकि 2013 में इस सीट पर कांग्रेस ने पूसाराम गोदारा को टिकट देकर नया प्रयोग किया, लेकिन कांग्रेस इसमें सफल नहीं हुई तथा भाजपा के राजकुमार रिणवां के सामने वे 25 हजार 854 मतों से गोदारा चुनाव हार गए थे। उसके बाद गत चुनावों में कांग्रेस ने भंवरलाल पुजारी को टिकट दिया तथा भाजपा से अभिनेष महर्षि ने चुनाव लड़ा था तथा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में गोदारा ने 59 हजार 320 मत लिए थे, लेकिन महर्षि ने 10 हजार 881 मतों से जीत दर्ज की थी। लेकिन इस बार हुए चुनाव में कांग्रेस ने फिर इस सीट से किसान वर्ग से वास्ता रखने वाले पूसाराम गोदारा को प्रत्याशी बनाया तथा भाजपा से महर्षि ने चुनाव लड़ा था। गोदारा ने 29 हजार 663 मतों जीत दर्ज कर की है। इससे पहले इस क्षेत्र से 1957 में चौधरी किसनाराम निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज कर विधायक बने थे। 1952 में निर्दलीय पंडित माधवप्रसाद शर्मा, 1955 में कांग्रेस के पंडित गौरीशंकर आचार्य, 1957 में निर्दलीय किसानाराम चौधरी, 1962 में निर्दलीय मोहनलाल सारस्वत, 1967 में जनसंघ से लाभचंद बैद, 1972 में कांग्रेस से फूलचंद जैन, 1977 से जनता पार्टी से जगदीशचंद्र शर्मा, 1980 में कांग्रेस से पंडित जयदेवप्रसाद इंदौरिया, 1985, 1990 एवं 1993 में भाजपा से हरिशंकर भाभड़ा, 1998 में कांग्रेस से पंडित जयदेवप्रसाद इंदौरिया, 2003 में निर्दलीय राजकुमार रिणवां, 2008 व 2013 में भाजपा से राजकुमार रिणवां तथा 2018 में भाजपा से अभिनेष महर्षि तथा 2023 में हुए चुनावों में कांग्रेस से पूसाराम गोदारा विधायक बने हैं। शेखावाटी लाइव के लिए सुभाष प्रजापत की रिपोर्ट