लोहार्गल, पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डाॅ.राजकुमार कुमार शर्मा ने कहा कि आज के परिवेश मे जहाँ आध्यात्मिक वातावरण की महती आवश्यकता है। वहीं संतों का पावन सानिध्य मनुष्य का मार्ग प्रशस्त करता है। सनातन संस्कृति हमे यही सिखाती है। जीवन मे अच्छे कर्म करना व सही मार्ग पर चलना संतों से सीखने को मिलता है। डाॅ. शर्मा शनिवार को भोमेश्र्वर नारायण धाम परडोली बङी के भक्त शिरोमणि नत्थू सिंह जी शेखावत के पावन सानिध्य मे लोहार्गल से भोमेश्र्वर नारायण धाम के लिये कावङियो के सम्मान मे आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर शेखावत ने कहा कि कावङ का अपना अलग महत्व है। शिव भक्त अपने आराध्य भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिये तीर्थ स्थल से जल लेकर अर्पित करते है। सैकड़ों कावङिये जो दूरदराज से आकर इस कावङ संकीर्तन यात्रा मे शामिल होकर अपनी भक्ति व आस्था के साथ शिव उपासना मे भागीदारी निभाते है यह बहुत बङी बात है। पैदल कावङिये शिवभक्तो को रवाना करने से पूर्व डाॅ.शर्मा ने दीपक प्रज्ज्वलित कर भगवान शंकर की आराधना कर आरती उतारी और यात्रा मे बर्फानी बाबा के रथ को खींच कर कावङियो को शुभकामनाएँ देकर प्रस्थान कराया। इस मौके पर मन्नालाल बाफना, जय प्रकाश ऋषिका, अभिषेक, धीरज सिंह,राजकुमार सहित सैकङो की संख्या मे शिव भक्त कावङिये मौजूद थे।