दांतारामगढ़ (लिखा सिंह सैनी ) कहते हैं कि देश से बड़ा कुछ नहीं होता, न जाति और ना ही धर्म। यह वाक्य केवल देश के जवानों के लिए ही नहीं, बल्कि हर धर्म, जाति और हर समुदाय पर लागू होता हैं। इसी वाक्य को सीकर जिले के एक परिवार ने साकार कर दिखाया हैं। सीकर जिले के दांता कस्बे से एक परिवार भारत से हज यात्रा के लिए गया हुआ हैं। यह परिवार लगभग तीन पीढ़ियों से लगातार हज यात्रा कर रहा हैं। इस बार हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने के लिए परिवार के सदस्यों ने मक्का में तिरंगा झंडा फहराने का फैसला किया।
सीकर जिले के दांता कस्बे के रसीद तेली अपने निजी खर्चे से हज यात्रा पर गए हुए हैं। रसीद तेली के साथ उनका बेटा कलाम, पत्नी और बहू भी हैं। इस भारतीय मुस्लिम परिवार ने इस हज यात्रा को विशेष बना दिया हैं। इन्होंने मक्का मदीना में भारतीय तिरंगा झंडा फहराया हैं। रसीद तेली के पूरे परिवार ने तिरंगा झंडा फहराए जाने की तस्वीर भी साझा की। रसीद तेली का कहना है कि पहली बार भारतीय मुसलमान में से किसी परिवार ने मक्का मदीना में तिरंगा फहराया हैं।
सोशल मीडिया पर सराहना
सऊदी अरब के मक्का मदीना में भारतीय तिरंगा झंडा लहराते देखकर हर कोई गर्व महसूस कर रहा हैं। तिरंगा झंडा लिए रसीद तेली का परिवार और पृष्ठभूमि में मक्का मदीना की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की हैं। चाहे हिंदू हो या मुस्लिम, हर कोई इसकी तारीफ कर रहा हैं। यह फ़ोटो लगातार सुर्खियां बटोर रही हैं। रसीद तेली का कहना है कि भारत पंथनिरपेक्ष देश हैं। भारत में सभी जाति धर्म के लोग मिल-जुलकर रहते हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात हैं। ऐसे में भारतीय तिरंगे का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी हैं। इसी सोच को लेकर हमने विदेशी सरजमीं पर हज यात्रा के दौरान पूरे परिवार के साथ तिरंगा झंडा फहराया हैं।