रोहतक में हुई पहली वार्षिक सामान्य बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय
इंटरनेशल फेडरेशन के प्रेजीडेंट की मौजूदगी व 11 एशियाई देशों के प्रतिनिधि हुए बैठक में शामिल
झुंझुनूं, इंटरनेशनल ओलम्पिक कमेटी व तफिशा से सम्बद्ध इंटरनेशनल क्वान की डो फेडरेशन के प्रेजीडेंट कारोल डेरेला की अध्यक्षता में एशियाई फेडरेशन के गठन को लेकर हुई बैठक में खेल क्षेत्र, खेल प्रबंधन में प्रख्यात एवं श्रीजेजेटी यूनिवर्सिटी झुंझुनूं के प्रेजीडेंट डॉ डीएस ढुल को सर्वसम्मति से एशियन क्वान की डो फेडरेशन का प्रेजीडेंट चुना गया। डॉ ढुल ने पूरी प्रतिबद्धता के साथ क्वान की डो खेल को एशियाई महाद्वीप में युवाओं के मध्य लोकप्रिय बनाने की घोषणा की।
गत दिवस दो दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस के बाद रोहतक में एशियन क्वान की डो फेडरेशन के गठन उपरांत पहली वार्षिक सामान्य बैठक बुलाई गई। भारत के अतिरिक्त चीन, नेपाल, ओमान, श्रीलंका, भूटान, कतर, दुबई, आबु-धाबी, थाईलैंड, पाकिस्तान व इंडोनेशिया के प्रतिनिधि इस एजीएम में ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। क्वान की डो खेल को एशिया महाद्वीप में योजनाबद्ध तरीके से विस्तार देने के लिए कार्यकारिणी का गठन किया गया। इस कार्यकारिणी में श्रीजेजेटी यूनिवर्सिटी झुंझुनूं के प्रेजीडेंट व खेल क्षेत्र में बेहतरीन परिणाम देने वाले डॉ डीएस ढुल को प्रेजीडेंट चुना गया, जबकि इंटरनेशनल क्वान की डो फेडरेशन के तकनीकी निदेशक एवं रोमानिया मूल के मास्टर ओवी डू कोवाकी को कार्यकारिणी का चेयरमैन चुना गया। इसी प्रकार सी.ई.ओ सतीश ढुल, महासचिव सुमित ढुल, सीनियर वाइस प्रेजीडेंट डॉ दिनेश कुमार को बनाया गया। नवनियुक्त प्रेजीडेंट डॉ डीएस ढुल ने कहा कि एशियाई फेडरेशन जल्द ही सभी सम्बद्ध एशियाई देशों में क्वान की डो को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी सत्र आयोजित करेगा। यही नहीं खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए एशियन क्वान की डो चैंपियनशिप के माध्यम से बेहतरीन अवसर उपलब्ध करवाए जाएंगे।