एवं 15,78,10,360 रूपए के अवार्ड पारित किये गये
सीकर, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीकर राजेन्द्र कुमार शर्मा के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीकर के तत्वावधान में शनिवार को ताल्लुका विधिक सेवा समितिया रींगस, नीमकाथाना, दांतारामगढ़, श्रीमाधोपुर, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़ तथा सीकर न्याय क्षेत्र के न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 16 बैंचो का गठन कर सभी प्रकार के राजीनामा योग्य आपराधिक मामलें, सिविल प्रकृति के मामलें, पारिवारिक मामले, चैक अनादरण प्रकरण, बैकों के ऋण वसूली मामलें, राजस्व से सबंधित मामले रखे गये, जिनमें प्री-लिटिगेशन बैंच में रामकिशन शर्मा, विशिष्ट न्यायाधीश एससी,एसटी सीकर, पारिवारिक प्रकरणों की सुनवाई रेखा राठौड़, विशिष्ट न्यायाधीश मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, सीकर, जिला एवं सत्र न्यायालय तथा अपर जिला एवं सेशन न्यायालय में लम्बित मामलों की सुनवाई भैंरूलाल चंदेल न्यायाधीश अपर जिला एवं सेशन न्यायालय क्रम-2 सीकर, सीजेएम व एसीजेएम मामलों की सुनवाई सीमा चैहान, न्यायाधीश अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, क्रम-1, सीकर एवं जेएम मामलों की सुनवाई हिमांशु कुमावत, न्यायालय न्यायिक मजिस्ट्रेट, सीकर के द्वारा सीकर न्यायक्षेत्र में लम्बित एवं प्री-लिटिगेशन के कुल 14337 प्रकरणों का निस्तारण किया गया एवं राशि 15,78,10,360 रूपए के अवार्ड पारित किये गये।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला व सैशन न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीकर राजेन्द्र कुमार शर्मा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) मनमोहन मीणा एवं अध्यक्ष बार संघ जगदीश चन्द्र गठाला ने मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्जवलित कर किया। अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीकर ने लोक अदालत का महत्व समझाते हुए राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिकाधिक प्रकरण के निस्तारण से समय, धन की बचत होने व आपसी सौहाद्र बना रहने से निस्तारित करने की अपील की एवं अधिकाधिक मामले राजीनामे से निस्तारित करने की बात कही।
प्री-लिटिगेशन बैंच पर बैंच अध्यक्ष रामकिशन शर्मा, सदस्यगण अधिवक्ता पुरूषोत्तम शर्मा एवं अधिवक्ता राहुल पारीक ने अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बीएसएनएल एवं अन्य बैंक व वितीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं लिटिगेंट्स के मध्य समझाईश कर सैकडों प्रकरणों का निस्तारण किया गया।
पारिवारिक न्यायालय के निस्तारित 38 प्रकरण में से एक में एक 55 वर्षीय माता ने अपने दो पुत्रों से भरण-पोषण की राशि के लिए प्रकरण दायर किया जिसमें अप्रार्थी पक्ष के 22 अगस्त 2023 को उपस्थित आने पर पीठासीन अधिकारी द्वारा राजीनामे के लिए सम्यक् प्रयास किए गए एवं सुलह का हर संभव प्रयास किया। इन विशेष प्रयासों का उज्जवल पक्ष यह रहा कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया जिससे हस्तगत प्रकरण को राष्ट्रीय लोक अदालत में जरिये राजीनामा निस्तारित किया गया और एक वृद्ध माता को उसके जीवन के इस अहम पड़ाव में अकेलेपन और असहायता का जीवन की जगह भरेपुरे परिवार के साथ सुरक्षित एवं अपनत्व भरे माहौल में जीवन की सांझ बिताने का अवसर मिला। इसी के साथ मोटर दुर्घटना एवं दावा अधिकरण के कुल 30 प्रकरण निस्तारित किए गए एवं कुल राशि 2,76,05,000 रूपए के अवार्ड पारित किए गए।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीकर धर्मराज मीणा ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का उदेश्य पीड़ित व्यक्तियों तक न्याय पहुंचाना है। राष्ट्रीय लोक अदालत न्यायपालिका का पर्व है, राष्ट्रीय लोक अदालत में आने वाले पक्षकारों को संबंधित न्यायालय तक पहुंचने में सहायता करने के लिए हेल्पडेस्क की स्थापना भी की गई।लोक अदालत बैंच के अभूतपूर्व सहयोग से सीकर न्याय क्षेत्र के प्री लिटिगेशन एवं न्यायालयों में लम्बित हजारों प्रकरणों की सुनवाई की जाकर राजीनामें के माध्यम से प्रकरणों का निस्तारण किया गया। लोक अदालत में एवीवीएनएल विभाग सीकर की ओर से वीरेन्द्र सिंह खीचड एक्सईएन, हेमराज एक्सईएन, रामसिंह जेएलओ, अधिवक्तागण, बैंक प्रतिनिधी, लिटिगेंट एवं न्यायालय स्टाफ आदि उपस्थित रहे।