चुरूताजा खबर

आपदा स्थिति से निपटने हेतु इन्सीडेंट कमाण्डर

जिले में आपदा स्थिति से निपटने हेतु

चूरू, आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा जारी आईआरएस गाइडलाईन के अनुसरण में जिले में आपदा स्थिति से निपटने हेतु समस्त उपखण्ड अधिकारियों, विकास अधिकारियों एवं तहसीलदारों को इन्सीडेंट कमाण्डर नियुक्त किया गयाा है। जिला कलक्टर संदेश नायक ने बताया कि इन्सीडेंट कमाण्डर अपने क्षेत्राधिकार अन्तर्गत समस्त कार्यों को अविलम्ब सम्पादित करेंगे। इन्सीडेंट कमाण्डर स्थिति का आंकलन हेतु लोगों की संख्या एवं प्रभावित क्षेत्र का विस्तार की जानकारी प्राप्त कर रोकथाम की कार्यवाही करेंगे तथा संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। निरन्तर चेतावनी प्राप्त कर निम्नतर स्तर तक प्रसारित करवाएंगे तथा रसद सामग्री दुकानों के माध्यम से सोशियल डिस्टेन्स की मार्किंग करवाई जाकर आमजन हेतु उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। समस्त कमाण्डर राज्य सरकार द्वारा दिये गये निर्देशानुसार रसद सामग्री की दुकानों तक उपलब्धता एवं दुकानों से घरों तक पहुंचाये जाने हेतु तंत्र स्थापित करेंगे। क्वारेनटाईन सेन्टरों का अधिक से अधिक संख्या में चिन्हिकरण कर सुविधाओं से सुदृढ़ीकरण करना जैसे बिजली, पानी, गार्ड, पुलिस, खाना एवं 24 घण्टे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवायेंगे तथा आईसोलेशन सेन्टर हेतु प्रत्येक जिले में लक्षणों वाले संदिग्ध कोविड-19 रोगियों की जांच, उपचार किये जाने हेतु अस्पताल (निजी अस्पताल सहित) बैड, आईसीयू चिन्हित करेंगे। कमाण्डर पॉजिटिव पाये जाने वाले रोगियों के सम्पर्क में आये व्यक्तियों के कान्टेक्ट ट्रेसिंग कर स्क्रीनिंग करवाया जाना सुनिश्चित करेंगे एवं दी राजस्थान एपीडेमिक एक्ट 1957 के अन्तर्गत वर्तमान में कोविड-19 को सम्मिलित किये जाने के मध्यनजर एक्ट की पालना सुनिश्चित करवाएंगे। उन्होंने कहा है कि घटना की जानकारी प्राप्त कर उच्च अधिकारियों को स्थिति के बारे में अवगत करवाएंगे तथा कार्यरत सभी विभागों व अन्य एजेन्सीज के मध्य समन्वय बनाए रखना तथा किसी भी प्रकार के संघर्ष का हल तत्काल करेंगे। कमाण्डर संसाधनों एवं उपकरणों का क्षेत्राधिकार में उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में योजना अनुभाग एवं प्रचालन अनुभागों से चर्चा कर उपलब्ध कराने हेतु जिला मजिस्ट्रेट, आर.ओ. को सूचित करेंगे। यदि आवश्यक हो तो पीआरआई, यूएलबी, सीबीओ, रेडक्रॉस, एनजीओ इत्यादि से बाहर से आये बचाव दलों हेतु स्थानीय मदद प्राप्त करने हेतु समन्वय स्थापित करेंगे। स्वयं सेवकों एवं अन्य नियोजित व्यक्तियों की तैनाती एवं सही प्रणाली की पालना सुनिश्चित करेंगे तथा आमजन की समस्याओं की समीक्षा कर समाधान हेतु जिला मजिस्ट्रेट, आर.ओ. को अनुशंषा भिजवाएंगे।

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