सर्वे के बाद मास्क बनाकर दे रही आशा समाजसेवा का संदेश
चूरू, गर्भवती महिला से लेकर बच्चे के जन्म के साथ उसकी स्वास्थ्य सुरक्षा के लिये सभी प्रकार के टीकाकरण व सही पोषण की जानकारी तथा स्वास्थ्य देखभाल का जिम्मा निभाने वाली आशा सहयोगिनी समाज में हर मोर्चें पर कोरोना फाइटर बनकर सामने आई है। कोरोना वायरस को लेकर चिकित्सा विभाग के घर-घर सर्वे अभियान से लेकर समाज सेवा के लिये निःशुल्क मॉस्क बनाकर कोरोना वायरस संक्रमण से सुरक्षा में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही है। अपने दायित्वों के निर्वहन के साथ घर की सभी जिम्मेदारियों का भी निर्वहन कर परिवार के सदस्यों की देखभाल का जिम्मा भी ये सभी आशा सहयोगिनी कुशलता से निभा रही है। सीएमएचओ डॉ. भंवरलाल सर्वा ने बताया कि जिले में 1 हजार 508 आशा सहयोगिनी है। प्रत्येक ब्लॉक में शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में आशा सहयोगिनी एएनएम के साथ दिन में पांच घंंटे घर-घर सर्वे अभियान में पिछले 18 दिन से लगी हैं। फील्ड में टीककारण, मातृत्व स्वास्थ्य व पोषण आहार सहित चिकित्सा विभाग के अनेक राष्ट्रीय कार्यक्रमों को आमजन तक पहुंचाने का जिम्मा आशा सहयोगिनी पर है। परिवारोें में सीधा सम्पर्क होने के कारण तथा अपने क्षेत्र के बारे में सम्पूर्ण जानकारी होने से घर-घर सर्वे अभियान में इनकी भूमिका एएनएम के साथ महत्वपूर्ण है। आशा सहयोगिनी कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये आमजन को होम आइसोलेशन, सोशियल डिस्टेंस तथा बरती जानें वाली सावधानियों के बारे मेें पंपलेट के माध्यम से जानकारी देती है। सर्वे वाले घरों के आगे मार्किंग व परिवार की सम्पूर्ण जानकारी एकत्रित करती है। आशा सहयोगिनी जिले में कोरोना वायरस के लिये घर-घर सर्वे अभियान के साथ गर्भवती महिला के प्रसव तथा टीकाकरण के बारे में भी सजग रहती है। घर-घर सर्वे अभियान के साथ कई आशा सहयोगिनी सीधे आमजन को समाज सेवा का संदेश दे रही है। आशा सहयोगिनी अपने स्तर पर ही संसाधन जुटाकर मास्क बनाकर आमजन को निःशुल्क वितरण भी कर रही है। जिले में अब तक आशा सहयोगिनियों ने घरों में कपड़े के मॉस्क बनाकर 12 हजार लोगोें को वितरण किया है। जिससे कोरोना वायरस के दौरान संक्रमण से बचा जा सकें।