सिर्फ 6 से 7 घंटे में ही मिलने लग जायेगी रिपोर्ट
झुंझुनू, राजस्थान प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमितों की शुरुआत झुंझुनू से हुई थी पहला केस झुंझुनू जिले के मंडावा क्षेत्र से निकल कर आया था। उसके बाद इटली से आई दंपति व एक बच्ची को भी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद झुंझुनू सहित प्रदेश में कोरोना वायरस की रफ्तार काफी तेजी से बढ़ी।जिसके चलते राज्य सरकार ने घोषणा की थी कि प्रदेश में कोरोना जांच की तीन लैब संचालित है चौथी लैब झुंझुनू में स्थापित की जाएगी। जिसकी परिणिति में बुधवार 13 मई से झुंझुनू के राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल में कोरोना वायरस जांच लैब अपना काम करना शुरू कर देगी। जानकारी देते हुए भगवानदास खेतान अस्पताल के पीएमओ डॉ शुभकरण कालेर ने बताया कि हम निरंतर उच्च अधिकारियों से संपर्क कर रहे थे कि झुंझुनू में अतिशीघ्र कोरोना जांच लैब स्थापित करने हेतु आरटी पीसीआर मशीन उपलब्ध कराई जाए। राज्य सरकार द्वारा आरटी पीसीआर मशीन उपलब्ध करवाने के बाद एम्स जोधपुर द्वारा खेतान अस्पताल में स्थापित जांच मशीन को जांच हेतु अनुमति सर्टिफिकेट मिल गया है। बुधवार से झुंझुनू में लिए गए सभी सैंपलों की कोरोना वायरस की जांच की जाएगी। डॉ कालेर ने बताया कि पहले जांच रिपोर्ट जयपुर से आने में काफी समय लगता था झुंझुनू में लैब स्थापित होने के बाद अब सैंपलों की जांच महज 6 से 7 घंटे में ही मिलने लग जायेगी। पिछले 3 दिन से झुंझुनू के सैंपलों को जांच हेतु सीकर भेजा जा रहा था। उससे पहले झुंझुनू के सैम्पलिंग जांच के लिए जयपुर भेजे जा रहे थे। लॉकडाउन लगने के बाद झुंझुनू जिले में 42 कोरोना वायरस की जांच पॉजिटिव मिली यह सुखद रहा कि सभी कोरोना वायरस रोगी ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं। वही आज जिले के बिसाऊ से दो कोरोना के पॉज़िटिव होने की रिपोर्ट आई है जो कि सूरत से आये थे। इसके बाद जिला कलेक्टर यू डी खान ने वहा के दो वार्डो में निषेधाज्ञा जारी करने के आदेश दे दिए है। वही चिकित्सा विभाग उनके संपर्क में आने वाले लोगो की जानकारी खंगालने में जुट गया है।