गाड़ी खड़ी करने के मामले में
श्रीमाधोपुर, कस्बे में चार दिन पूर्व एसडीएम कार्यालय के बाहर स्थानीय अभिभाषक संघ अध्यक्ष एडवोकेट दिनेश सिंह शेखावत द्वारा एसडीएम कार्यालय के बाहर गाड़ी खड़ी करने व थानाधिकारी राजेंद्र यादव द्वारा गाड़ी को हटाने की बात कहने के बाद दोनों में मामला गर्मा गया। मामला अब तूल पकड़ता ही जा रहा है। अभिभाषक संघ अध्यक्ष दिनेश सिंह शेखावत ने थाना प्रभारी राजेंद्र यादव पर आरोप लगाया कि थाना अधिकारी द्वारा गाड़ी को हटाने की बात को लेकर उनके स्वयं के साथ अभद्र व्यवहार किया गया और यातायात जाम करने की बात कहकर उन्हें थाने में बंद करने की धमकी देते हुए थाने पर चलने की बात कही तथा भीड़ एकत्रित कर उनकी गरिमा को क्षति पहुंचाई तथा अभद्रता की। जबकि शेखावत का कहना है कि उनकी गाड़ी साइड में होने के कारण कोई ट्रैफिक में बाधा उत्पन्न नहीं हुई थी। जब उक्त मामले को लेकर श्रीमाधोपुर न्यायालय परिसर में स्थानीय अभिभाषक संघ को बात का पता चला तो थाना अधिकारी के खिलाफ सभी वकीलों ने एकजुट होकर मोर्चा खोल दिया और थाना प्रभारी को हटाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रखी है। वही मौके पर पुन: शनिवार को नीमकाथाना डीप्टी रामोतार सोनी पहुंचे। हड़ताल बैठे दिनेश शेखावत और सदस्यों से करीब 2 घंटे तक वार्ता की लेकिन सभी सदस्य एक ही मांग पर अड़े हुए हैं की थाना प्रभारी को तत्काल हटाया जाए तो ही उनका अनिश्चितकालीन धरना समाप्त होगा अन्यथा नहीं। वहीं बार संघ के सदस्यों ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए नारेबाजी भी की। वहीं शेखावत का कहना है कि यदि अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त करवाना है तो प्रशासन के आलाधिकारी उन्हें लिखित में थाना प्रभारी को हटाने का आश्वासन दें। वहीं शनिवार से पूर्व में भी नीमकाथाना एएसपी दिनेश अग्रवाल, एसडीएम लक्ष्मीकांत गुप्ता, रींगस डिप्टी बलराम मीणा ने भी समझाईश की लेकिन नतीजा विफल रहा। शनिवार को न्यायालय परिसर में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत का भी बार संघ के सभी सदस्यों ने बहिष्कार किया। जिससे राष्ट्रीय लोक अदालत सफल नहीं हो सकी। राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल नहीं होने के कारण दिनभर लोगों को मुकदमों में मिलने वाली राहत राष्ट्रीय लोक अदालत के नहीं होने के कारण नहीं मिल सकी।