चुरूताजा खबर

सकारात्मक सोच और दूरदर्शिता से किया गया कार्य देता है पहचान – सत्यानी

उपवन संरक्षक सविता दहिया का उत्कृष्ट सेवाओं के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों ने किया सम्मान,

वन विभाग के कार्मिकों ने दी भावभीनी विदाई, जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी, एडीएम उत्तमसिंह शेखावत, सीईओ पीआर मीणा, एसडीएम अनिल कुमार, सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) कुमार अजय, लेखाधिकारी प्रवीण सिंघल ने किया सम्मान

चूरू,[सुभाष प्रजापत ] जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने कहा कि राजकीय सेवा में प्रत्येक कार्मिक से एक संवेदनशीलता और कर्तव्यपरायणता की अपेक्षा की जाती है। सकारात्मक सोच और दूरदर्शिता के साथ काम करने वाले अधिकारी सदैव याद किए जाते हैं तथा दूसरे कार्मिकों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनते हैं। एक कर्तव्यनिष्ठ एवं सकारात्मक सोच वाले कार्मिक की सेवा से समाज समृद्ध और मजबूत होता है। जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित नेचर पार्क में उप वन संरक्षक सविता दहिया आईएफएस के सम्मान समारोह को संबोधित कर रही थीं। हाल में बाड़मेर स्थानांतरित हुई सविता दहिया का वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों की ओर से उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मान किया। इस दौरान जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी, एडीएम उत्तमसिंह शेखावत, सीईओ पीआर मीणा, एसडीएम अनिल कुमार, सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) कुमार अजय, एसीएफ शंकरलाल सोनी, लेखाधिकारी प्रवीण सिंघल, एपीआरओ मनीष कुमार सहित वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों ने उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए सम्मान किया।
जिला कलक्टर सत्यानी ने कहा कि सविता एक हार्ड टास्क मास्टर रहीं और उन्होंने जिले में अपने कार्यकाल के दौरान पर्यावरण सरंक्षण व वन विभाग की गतिविधियों के माध्यम से जिले के लिए बेहतरीन काम किया। दहिया के सकारात्मक व सक्रिय सहयोग से जिले में विभागीय विकास कार्यों की क्रियान्विति उत्कृष्ट ढंग से संभव हो पाई। उन्होंने दहिया के प्रयासों की सराहना करते हुए नए असाइनमेंट के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर डीएफओ सविता दहिया ने अपने भावपूर्ण संबोधन में कहा कि एक कार्मिक को यह सोच रखनी चाहिए कि इंसान ही संसाधन है। हम अपने विभागीय दायित्व को अपना काम समझकर पूर्ण मनोयोग से विभागीय हित में कार्य करें तो निस्संदेह प्रेरणा बन सकेंगे। किसी भी प्रोजेक्ट पर इस प्रकार पर काम करें कि हम अपने कार्य पर प्राइड महसूस करें। होम सिकनेस से दूर रहते हुए हम सेवा भावना के साथ कर्तव्यों का निर्वहन कर समाज को अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे पाएंगे।

उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा को अनुभवों से समझा जा सकता है। जिले में कार्यकाल के दौरान एक बेटी की तरह सभी का सहयोग व स्नेह मिला। यहां के कार्यकाल के दौरान इतने अच्छे अनुभव हुए कि जीवन के बुरे अनुभव गुम हो चुके। ताउम्र जिले के लोगों से एक विशेष लगाव रहेगा।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त उपवन संरक्षक सूरत सिंह पूनिया ने कहा कि डीएफओ दहिया के प्रयासों से वन विभाग की आमजन के बीच एक पहुंच बनी है। सकारात्मक उर्जा व एक विजन के साथ काम करते हुए दहिया ने चूरू वन विभाग में अपनी सेवाएं दींं। हाल ही में तालछापर अभयारण्य के हरिणों को जसवंतगढ़ भेजे जाने के कार्य भी भविष्य में वन्य जीव संरक्षण में बहुत बड़ा प्रोजेक्ट साबित होगा।

सहायक निदेशक जनसम्पर्क कुमार अजय ने कहा कि डीएफओ दहिया ने अपने मृदुल व्यवहार, संवेदनशील व्यक्तित्व व कर्तव्यपरायणता के साथ जिले में अपनी सेवाओं के दौरान चूरू को जीया। उन्होंने अपनी सेवा के दौरान बेहतर ढंग से दायित्व निर्वहन दूसरे कार्मिकों के लिए प्रेरणा का काम किया है। उन्होंने दहिया के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि स्थानांतरण एक कार्मिक के लिए नए अवसर व नई संभावनाएं लेकर आता है। हमें पूर्ण विश्वास है कि दहिया की उत्कृष्ट सेवाओं से वन विभाग नए आयाम स्थापित करेगा।

इस अवसर पर एसीएफ रणवीर सिंह शेखावत, एसीएफ शंकर लाल सोनी, तालछापर रेंजर उमेश बागोतिया, रेंजर दीपचंद यादव, रेंजर अमित सैनी, रेंजर सुरेंद्र सिंह, सरदारशहर रेंजर रामनिवास ख्यालिया, सहायक लेखाधिकारी रामावतार सैनी, बाबू खां ने कार्यकाल के दौरान हुई गतिविधियों व जिले की उपलब्धियों की ओर ध्यान आकर्षित किया और दहिया की कार्यशैली की सराहना की। इस दौरान रामदेव बेरवाल, पृथ्वी सिंह, वनरक्षक गजेन्द्र सिंह सहित वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।

Related Articles

Back to top button