झुंझुनू, आज का युवा आधुनिकता व चकाचौंध में खोया हुआ है वही अलसीसर के लाल और एक गरीब किसान महावीर प्रसाद सैनी के लड़के मनीष सैनी ने अंगदान करने का संकल्प लिया है। रोज बढ़ती हुई एक्सीडेंट और बीमारियों की वजह से अंगदान की महती आवश्यकता समाज में दिखाई पड़ती है क्योंकि मनीष सैनी भी एक निजी अस्पताल में कार्यरत है वह इन समस्याओं को बड़े नजदीक से देखता है और समझता है। उसने भी इस बारे में संकल्प लिया है । अंगदान के लिए उन्होंने भारत सरकार के संगठन राष्ट्रीय अंग और उत्तक प्रत्यारोपण संस्था से संपर्क साधाऔर अपने अनुदान का संकल्प पत्र उन्हें सोपा। अपने परिवार का सहमति पत्र संस्था में जमा करवाया है और संस्था के द्वारा अनुमति पत्र उन्हें मिल गया है। यह कार्य समाज में एक नई सोच साबित होने वाला है। जब मनीष सैनी ने बताया कि मुझे बड़े भाई विकास जाखड़ के द्वारा पूर्व किए गए अंगदान संकल्प पत्र से बड़ा हौसला व साहस मिला जिसकी वजह से मैंने अपने परिवार अपनी धर्मपत्नी अपने माता-पिता को इस कार्य के बारे में बताया और उनसे भी सहमति ली समाज में गलत अवधारणा चली आ रही हैं उन सब से पार करना थोड़ा सा मुश्किल जरूर था।