कोरोना की वजह से आये लर्निंग गेप को कम करने के होंगे प्रयास
सुजानगढ़ ब्लॉक के चुनिंदा संस्था प्रधानों व सुप्रीम फाउंडेशन के ट्रस्टीगणों के बीच हुई अहम बैठक
तोलियासर, पिछले दो वर्ष में कोरोना की वजह से विद्यार्थियों की पढ़ाई के नुकसान व विशेष रुप से प्राथमिक कक्षाओं में आ चुके लर्निंग गेप को कम करने के लिए व नुकसान की भरपाई करने के लिए सुप्रीम फाउंडेशन मुम्बई द्वारा नवाचारी पहल कर भागीरथी प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के संबंध में शनिवार को एक अहम कार्यशाला का आयोजन मोहरी देवी कन्या महाविद्यालय जसवंतगढ़, लाडनूं में किया गया। कार्यशाला में सुप्रीम फाउंडेशन मुम्बई के प्रधान ट्रस्टी बजरंगलाल तापड़िया, महावीर प्रसाद तापड़िया व सुजानगढ़ ब्लॉक के सात संस्था प्रधानों के बीच राजकीय विद्यालयों में शैक्षिक उत्थान व बेहतरी के लिए व्यापक चर्चा की गई। बैठक में सीबीओ सुजानगढ़ कुलदीप व्यास, प्रधानाचार्य कमलेश कुमार तेतरवाल(तोलियासर), सरोज पूनिया वीर (कनोई बालिका सुजानगढ़), कमला शर्मा (जिली), रणजीत सिंह भींचर(ख़ालिया), मनोहर सिंह शेखावत(शोभासर), प्रियंका(मगरासर), केशरीसिंह राठौड (गोपालपुरा) ने शिक्षा विभाग की ओर से अपने सुझाव देते हुए ट्रस्टी गणों का इस नवाचारी पहल के लिए बधाई देते हुए आभार जताया। ट्रस्ट की और सें बैठक में उपस्थित प्रधान ट्रस्टी बजरंग लाल जी तापड़िया व महावीर प्रसाद जी तापड़िया ने ट्रस्ट द्वारा शैक्षिक विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में अवगत करवाया तथा संस्थाप्रधानों द्वारा दिए गए सुझावों पर भी शीघ्र ही उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि हमारा विशेष ध्यान भौतिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने की बजाय शिक्षा के लिए मानवीय संसाधन अर्थात एल वन से लेकर व्याख्याता तक के सभी रिक्त पदों पर अध्यापक उपलब्ध करवाने तथा अगर आवश्यकता हो तो स्वीकृत पदों के अलावा भी अध्यापक उपलब्ध करवाने पर रहेगा। उन्होंने बताया कि विद्यालयों में खेलों के विकास के लिए भी ट्रस्ट सहयोग करेगा तथा प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के लिए खेल खेल में सीखने हेतु खिलौना बैंक व अन्य टीचिंग लर्निंग सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी। तोलियासर प्रधानाचार्य कमलेश कुमार तेतरवाल ने खेलों के विकास में सहयोग के सुझाव के साथ ही आग्रह किया कि अध्यापकों के साथ-साथ अधिकांश विद्यालयों की एक बहुत बड़ी समस्या सहायक कर्मचारी के ना होने की है,अगर विद्यालयों को एक-एक सहायक कर्मचारी भी उपलब्ध हो जाए तो बहुत बड़ी समस्या का समाधान हो जाएगा। इस सुझाव पर ट्रस्ट के निदेशकों ने बताया कि हमारे ट्रस्ट की आगामी सीएसआर कमेटी की मीटिंग में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा तथा यथासंभव इसको स्वीकृत करवाने का प्रयास किया जाएगा। प्रधानाचार्य सरोज पूनिया वीर ने शारीरिक शिक्षकों की आवश्यकता, कमला शर्मा ने शिक्षक छात्र अनुपात, रणजीत सिंह भींचर ने संगीत शिक्षक की महत्ता, प्रिंयका ने गतिविधि आधारित शिक्षा, मनोहरसिंह ने छात्रों की नियमित उपस्थिति, केशरीसिंह ने अध्यापक अभिभावक समन्वय पर अपने विचार रखते हुए उपयोगी सुझाव दिए। सीबीईओ कुलदीप व्यास ने ट्रस्ट का आभार जताया कि उन्होंने ब्लॉक में अब तक सौ से अधिक रिक्त पदों पर अध्यापक उपलब्ध करवाये है तथा शिक्षा के विकास के लिए और भी सहयोग करने के लिए तैयार हैं। कार्यशाला में मोहरी देवी कन्या महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डॉक्टर पायल वर्मा, ट्रस्ट के कोऑर्डिनेटर श्याम बाबू शर्मा, विनोद सेन, विवेक तिवारी, जय सिंह भी उपस्थित रहे। बैठक के उपरांत संस्था प्रधानों को मोहरी देवी कन्या महाविद्यालय की प्रयोगशालाओं, कक्षाकक्षों, छात्रावासों व परिसर का अभी अवलोकन करवाया गया।