झुंझुनूं, जिले में रहने वाले अनुसूचित जाति के ऐसे प्रतिभावान बच्चे जो आर्थिक तंगी के अभाव में टैलेंटेड होते हुए भी 12 वीं कक्षा या कॉलेज के बाद अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाते क्योंकि उनके पास कोचिंग के लिए पैसों का और मोटिवेशन का अभाव होता है उन बच्चों को एफर्ट्स संस्था स्कॉलरशिप प्रदान करती है। कोर कमेटी सदस्यों ने सामूहिक रूप से बताया कि 1 जून से बच्चों से कोचिंग के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। बच्चे एफर्ट्स की वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। तथा अंबेडकर भवन झुंझुनूं से ऑफलाइन आवेदन लेकर वहीं जमा करवा सकते हैं। जो बच्चे एफर्ट्स नियमों के दायरे में आते हैं उनके लिए एफर्ट्स ने 15 जुलाई तक आवेदन करने की अंतिम तिथि निश्चित की है। इस तिथि तक जो भी बच्चे 12वीं के बाद आईआईटी, नीट या अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं जैसे व्याख्याता,पटवारी,रीट,ग्रामसेवक,यूपीएससी,आरएएस सहित किसी भी कंपटीशन एग्जाम के लिए कोचिंग करना चाहते हैं व जिन्होने कक्षा 12 कला वर्ग में 75% व विज्ञान वर्ग में 85% अंक प्राप्त किए हो तथा विकलांग,विधवा,परित्यक्ता,असहाय या विशेष बच्चों के लिए बाहरवी में 60 प्रतिशत होने पर आवेदन कर सकते है। ऐसे बच्चे जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है वे बच्चे ऑनलाइन एफर्ट्स की वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 15 जुलाई तय की है। एफर्ट्स झुंझुनू की पहली संस्था है जो कोचिंग के लिए अनुसूचित जाति के प्रतिभावान बच्चों को स्कॉलरशिप उपलब्ध करवाती है। 10 सितंबर 2023 को एफर्ट्स स्थापना दिवस के दिन संस्था चैक वितरण करेगी। नीट,आईआईटी,यूपीएससी की तैयारी करने वाले बच्चों को 30 हजार तथा अन्य प्रतियोगिता की तैयारी करने वाले बच्चों को 15 हजार की छात्रवृति दी जाएगी। कोर कमेटी सदस्य डॉक्टर राकेश माहीच,डॉक्टर महेश सरोवा, इंद्राज सिंह भूरिया,सीताराम बास बुडाना,नर्सिंग ऑफिसर नरेंद्र कहड़ायला,व्याख्याता राकेश तूनवाल,व्याख्याता सुनील कलिया,व्याख्याता राजेश लोदीपुरा,व्याख्याता पवन आलडिया,डॉक्टर सुरेश शीला,अजय काला खाजपुर पुराना,लेखराज उतरासर,पंकज बुडाना सहित संदीप लोदीपुरा,राजेश हरिपुरा,प्रमोद तानेनिया,जयपाल मेवा,मदनलाल गुडेसर,विक्रम गर्वा ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए।