अर्जुन की पूरी हुई आस, बन गए बणी-ठणी के बना सा
विख्यात राम कथा वाचक सन्त मोरारी बापू ने किया अनावरण
जयपुर, [राकेश कुमावत ] विख्यात राम कथा वाचक सन्त मोरारी बापू ने देश-दुनिया के मशहूर मूर्तिकार पद्मश्री मरहूम अर्जुन प्रजापति की लोकप्रिय बणी-ठणी के बना सा की प्रतिमा का तिलक नगर स्थित निवास पर अनावरण किया। इस मौके पर मूर्तिकार अर्जुन प्रजापति के आर्टिस्ट बेटे राजेन्द्र अर्जुन प्रजापति व सुनील अर्जुन प्रजापति भी मौजूद रहे। राजेन्द्र अर्जुन प्रजापति ने बताया कि पिताजी ने तकरीबन तीस साल पहले अर्जुन की बणी-ठणी की आवक्ष मूर्ति बनाई थी। उस वक्त उनके दिलों-दिमाग में बणी-ठणी के बना सा भी बनाने का विचार था। उन्होंने बना सा का स्कैच भी ड्रा कर लिया था, लेकिन उनके अरमान पूरे नहीं हो सके। वे पिछले साल ही 2021 में कोरोन से चल बसे। गौरतलब है कि संगेमरमर में ढली बणी-ठणी चेहरे पर झीने परदे के कारण ही देश-दुनिया में काफी लोकप्रिय हुई थी, जो आज भी लोकप्रियता की ऊंचाइयों पर बदस्तूर बनी हुई है।
पिता के अधूरे काम और उनके सपने को साकार करने के लिए पूरा परिवार जुट गया। आर्टिस्ट सुनिल अर्जुन प्रजापति ने पिता के बनाए स्कैच की मदद से संगेमरमर में बना सा की दो बाई दो बाई एक के आकार की आवक्ष प्रतिमा बनाई। कला की इस कबूलसूरत उम्दा बानगी प्रतिमा को पूरे राजस्थानी कल्चर के अनुरूप ढाला गया। बाकायदा साफा भी पहनाया गया, जिसमें महीन कारीगरी परिलक्षित होती है। वहीं गले व कान में आकर्षक जूलरी भी पहनाई गई, जो प्रतिमा के रूप-लावण्य और लालित्य को दर्शा रही है। राजेन्द्र अर्जुन प्रजापति ने बताया कि पिता के निधन के बाद उनके सपने और आस को पूरा करने के जज्बे ने ही बना सा प्रतिमा को अंतिम रूप दिया गया, जिसे खुद महान संत मोरारी बापू ने खूब सराहा। इस प्रतिमा के अनावरण के मौके पर शहर के अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।