शिक्षा,संस्कार और सभ्यता विद्यार्थी का प्रथम लक्षण है – महेन्द्र शास्त्री
कस्बे में स्थित राजस्थान विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय में 8 वीं और 10 कक्षा के प्रतिभावान छात्र छात्राओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि निदेशक महेन्द्र शास्त्री थे तथा अध्यक्षता समाज सेवी गिरधारी लाल सैनी ने की। वही व्यवस्थापक सुनीता सैनी, प्रधानाध्यापक श्रीराम सैनी व वरिष्ठ अध्यापक बाबूलाल सैनी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन से किया गया। प्रधानाध्यापक श्रीराम सैनी ने स्वागत भाषण के साथ परीक्षा परिणाम के बारे में जानकारी दी। निदेशक महेन्द्र शास्त्री ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करतें हुए कहा कि वर्तमान युग प्रतिशत और प्रतिस्पर्धा का है। इस प्रतिस्पर्धा में अपने आप को साबित करने हेतु कठिन परिश्रम,लगन व निष्ठा की आवश्यकता है। शिक्षा,संस्कार और सभ्यता विद्यार्थी का प्रथम लक्षण है। छात्र-छात्रा अपना लक्ष्य निर्धारित कर स्वानुशासन, नम्रता, सत्यता, सादगी, सदाचार, धैर्य और नियमितता जैसे मानवीय मूल्यों को जीवन में पिरोकर आगें बढ़े। विद्यालय में कक्षा 10 वीं में सर्वाधिक 92.33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली छात्रा तनु कुमारी, 91 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली साक्षी सैनी सहित 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 20 छात्र छात्राओं का सम्मान किया। इसी प्रकार 8 वीं बोर्ड परीक्षा में ए प्लस ग्रेड प्राप्त करने वाले छात्र बलराम जांगिङ सहित 22 प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए व अ प्रमिल कुमार, कान्ता सैनी, अनिता सैनी, राधेश्याम, कमला, महेंद्र कुमार, दयाशंकर सेन,घीसाराम का भी इस कार्यकम में अभिनन्दन किया गया। आभार व धन्यवाद व्यवस्थापक सुनीता सैनी ने ज्ञापित किया तथा कार्यक्रम का संचालन व अ राधेश्याम सैनी ने किया।