साईकिल वितरण कार्यक्रमों में
चूरू, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल ने कहा है कि वर्तमान समय में शिक्षा ही सबसे बड़ी ताकत है। बालिका शिक्षा आज समाज की जरूरत है। बालिका शिक्षा के विकास को लेकर संकल्पबद्ध सरकार की ओर से इस दिशा में व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। वे आज सोमवार को सुजानगढ़ में राज. झंवर बालिका उ मा वि, राजकीय कन्दोई बालिका उमावि व राजकीय भींवसरिया बालिका उमावि में आयोजित साईकिल वितरण कार्यक्रमों में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्कूली शिक्षा को बढावा देने के लिए अनेक योजनाओं का संचालन किया जा रहा है विद्यार्थियों को समुचित सुविधाएं दी जा रही हैं। विद्यार्थियों को इन योजनाओं का लाभ उठाते हुए पूरी लगन के साथ पढाई करते हुए अपना भविष्य संवारना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में आज बहुत अच्छी पढाई हो रही है तथा साथ ही विभिन्न योजनाओं का लाभ भी दिया जा रहा है। अभिभावकों को अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से शैक्षणिक विकास के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। लेकिन अभिभावकों को भी जागरुक होकर अपने बच्चों को समुचित शिक्षा दिलानी चाहिए। वैज्ञानिक सोच एवं जागरुकता से ही हमारा देश व समाज वास्तविक तरक्की कर सकेगा। उन्होंने विद्यालय शिक्षकों से भी कहा कि वे राज्य सरकार की ओर से उपलब्ध संसाधनों एवं योजनाओं का लाभ देते हुए बच्चों को बेहतरीन शिक्षा प्रदान करें। उन्होंने बताया कि सुजानगढ़ क्षेत्र में समस्त विद्यालयों में अधिक से अधिक संसाधन, कक्ष निर्माण के लिए वे सतत प्रयास हैं तथा आगे भी किसी प्रकार की कमी किसी विद्यालय में नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने विभिन्न वर्गों के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार ने पूर्व में पेंशन से वंचित किए गए चार लाख लोगों को पुनः चिन्हित कर उनकी पेंशन शुरू की है। सुजानगढ़ मेंं 2.5 करोड़ रुपए खर्च कर छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। इस दौरान तीनों स्कूलों में 235 साईकिलों का वितरण किया। विद्यार्थियों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। प्रधानाचार्यों ने विद्यालय के प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किए। प्रधानाचार्य कुसुम शर्मा, सरोज वीर पूनिया, शीतल मिश्रा, उप प्रधान दीवानसिंह भानीसरिया, सरपंच सविता राठी, उप सभापति बाबूलाल कुलदीप, रामावतार मंगलहारा, धर्मेंद्र कीलका, बजरंग सैन, मुकुल मिश्रा, कन्हैयालाल, आफताब भाटी, अंकित मारोठिया आदि मौजूद रहे। संचालन रामकुमार गुलेरिया, अब्दुल रशीद ने किया।