गांव सोती व देसूसर को जोडऩे वाला कच्चा रास्ता
जिले के निकटवर्ती गांव सोती व देसूसर को जोडऩे वाला कच्चा रास्ता पड़ौसी खेत मालिकों के आपसी मतभेद के कारण लगभग एक वर्ष से बंद पड़ा है। बंद रास्ते को खुलवाने की मांग को लेकर मंगलवार को दोनों पड़ौसी गांवों के ग्रामीणों ने अवरूद्ध रास्तें पर इकट्टा होकर प्रदर्शन किया तथा प्रशासन से मानसून आने से पहले जल्द से जल्द बंद रास्ते को खुलवाने की मांग की। ग्रामीण सुरेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि गांव के कुछ लोगों ने रास्तें की जमीन को लेकर आपसी मतभेद हो गया था। जिसके चलते इन खेत मालिकों ने 22 फीट चौड़े रास्तें पर कटिंली झाडिय़ां डालकर व खाई खोदकर इसकी चौड़ाई मात्र दो फीट कर रास्तें को अवरूद्ध कर दिया है। रास्तें के बंद किए जाने पर ग्रामीणों को मजबूर होकर आठ से दस किमी का घुमाव लगाकर आना-जाना पड़ता हैं। साथ ही सोती गांव की प्रतापपुरा पंचायत लगने तथा सरपंच आवास देसुसर होने पर कागजी कामों के लिए रोज ग्रामीणों को आना-जाना लगा रहता है। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही देसुसर में राशन वितरण दुकान होने पर सोती के ग्रामीणों को राशन सहित अन्य सामग्री के लिए भी रास्ता बंद किए जाने पर काफी दिक्कत होती हैं। स्कूली बच्चों के वाहन सहित अन्य वाहनों चालकों का इधर से गुजरना बंद हो गया है। जिससे भीषण गर्मी में बच्चों को तपती धूप में गांव से पैदल चलकरर आना-जाना पड़ता हैं। सुरेंद्र ने बताया कि बंद हुए रास्तें को खुलवाने को लेकर कई बार सरपंच, कलेक्टर, एडीएम एवं तहसीलदार को अवगत करवाया जा चुका है लेकिन दो से तीन दिन में समाधान के आश्वासन के अलावा अभी तक प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नही की गई। ग्रामीणों ने बताया कि मानसून आने के साथ परेशानी और बढ़ जाएगी। इस दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ रोष जताया।