सामुदायिक स्थास्थ्य केन्द्र के मुख्य प्रवेश द्वारों पर
लोसल, कस्बे के सामुदायिक स्थास्थ्य केन्द्र के मुख्य प्रवेश द्वारों पर सीएचसी प्रशासन द्वारा आवारों पशुओं की रोकथाम के लिए कॉऊ कैचर लगाये गये है। लेकिन इनमें आवारा पशु कम इलाज के लिए आने वालें मरीज और मरीजों के साथ वालें लोग ज्यादा कैच हो रहे है। जिस वजह से कॉऊ कैचर को लोगों ने मनुष्य कैचर नाम दे दिया है। शनिवार को ऐसा हीं मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार सुरेन्द्रसिंह निवासी खानड़ी सीकर अपनी माता को इलाज के लिए लोसल सीएचसी लेकर आया था। इस दौरान सीएचसी के बाहर मेडिकल पर दवाई लेने के लिए वह गया तो गेट पर लगे कॉऊ कैचर में उसका पैर फिसल गया और कैचर में फंस गया। कॉऊ कैचर में पैर फंसने के बाद आस पास बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गये और सुरेन्द्र सिंह का पैर निकालने के लिए कोशिश करने लगे। लेकिन काफी मशक्कत करने पर भी पैर नहीं निकाला जा सका। करीब एक घंटे बाद लोगों ने कट्टर मंगवाकर काऊ कैचर को काटकर सुरेन्द्र सिंह का पैर निकाला और इलाज करवाया। करीब एक घंटे तक काऊ कैचर में पैर फंसे होने के कारण सुरेन्द्र सिंह के घुटने में चोट आई है। वहीं मौजूद केदारा एक्सरे लैब के श्रीकिशन कुमावत ने बताया कि पिछले दिनों में २५ से ३० लोग इस काऊ कैचर मेंं फंसकर घायल हो चुके है। मामले को लेकर बार बार सीएचसी प्रशासन को कहा गया लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। जिस कारण आये दिन हादसे होते रहते है और इलाज के लिए आने वाले मरीजों को परेशानियां होती है। मामले में सीएचसी प्रभारी नथमल कड़वासरा ने बताया कि जल्द ही समस्या को लेकर उचित समाधान करवाया जायेगा जिससे लोगों को परेशानी नहीं हो।