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बर्फ के रूप में बरसा कुदरत का कहर

शेखावाटी के अनेक क्षेत्रों में हुई भयंकर ओलावृष्टि

शरद ऋतु में मावठ मानी जाती है फसलों के लिए अमृत

गेहूं, जौ, चनों इत्यादि की पैदावार में होती है बढ़त

वही ओलावृष्टि से फसलों को हुआ नुकसान

पशु पक्षियों को भी काल का ग्रास बना गया बर्फ का कहर

झुंझुनू, संपूर्ण शेखावाटी के क्षेत्र में लगभग कल शाम होते होते अच्छी बरसात हुई। मावठ के रूप में वर्षा की बूंदें फसलों के लिए अमृत के समान बरसी जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे। वही शेखावाटी के अनेक क्षेत्रों में जिसमें सीकर के लोसल, बिसाऊ, गांगियासर, अलसीसर, मलसीसर, नागौर के कुछ क्षेत्रों में भयंकर ओलावृष्टि हुई या कह सकते हैं कि बर्फ के रूप में बरसा यहां पर कुदरत का कहर। स्थानीय लोगों ने बताया कि आज तक इतनी तेज ओलावृष्टि उन्होंने कभी नहीं देखी। मरुभूमि पर बर्फ की सफेद चादर फैल गई हर तरफ जम्मू कश्मीर का नजारा नजर आने लगा। कई स्थानों की सड़कें तो जम्मू में होने वाली बर्फबारी की तरह से ओलों से ढक गई। जिन क्षेत्रों में तेज ओलावृष्टि हुई है वहां पर फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है। उस क्षेत्र के लोगों के लिए ऊपर वाले ने बर्फ को कहर के रूप में बरसाया जिससे किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंच गई। इन किसानों में किसी का लगान बाकी है तो किसी का मकान गिरवी है। शरद रात के साये में अपने फसलों की सिंचाई करने वाला किसान कल आसमान से बरसी ओलों के रूप में आफत से पूरी तरह से टूट गया। किसी के बच्चे की फीस बकाया रह गई किसी का बैंक से लोन लिया हुआ रह गया। किसी की बेटी की शादी के लिए अर्थ संकट खड़ा हो गया तो कोई साहूकार के कर्जे में और अधिक दब गया। आसमान की तरफ देख किसानों के मुंह से बरबस ही निकला ऊपर वाले यह तूने क्या कर दिया। वही शेखावाटी के कुछ क्षेत्रो में आकाशीय बिजली ने भी कहर बरपाया जिसके चलते जन धन की क्षति होने के समाचार मिले है।

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