जिला कलक्टर ने
झुंझुनू, जिला कलक्टर रवि जैन ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित राजकीय बीडीके अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सर्वप्रथम टीबी अस्पताल के पास नवनिर्मित सखी सेन्टर का अवलोकन करते हुए कहा कि अस्पताल की टूटी पड़ी दिवार को सुचारू रूप से तैयार कर सखी सेन्टर का प्रवेश द्वार दिवार के बराबर में बनवाने के निर्देश दिए। टीबी अस्पताल के दांई और स्थित पार्क में तारबंदी, गार्डन, पार्क का गेट तैयार करवाने तथा पार्क के आधे ऎरिया में इन्ट्रलोकिंग करवाकर टू-व्हीलर की पार्किग करवाने के निर्देश दिए। जैन ने महिला सर्जिकल वार्ड में महिला मरीज से दवाई एवं अस्पताल द्वारा दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली तो महिला ने बताया कि अस्पताल में उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि कोई भी मरीज दवाई से वंचित ना रहे यह सुनिश्चित किया जाए। इस दौरान उन्हाेंने आईसीयू, मैल ऑर्थो वार्ड, मैल मेडिकल वार्ड, फीमेल मेडिकल वार्ड में निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों को बैड पर चद्दर के साथ में तकिया एवं सर्दी में कम्बल देने के निर्देश दिए। उन्होंने टैली मेडिसिन कक्ष में चिकित्सकों से कन्सलटेंट द्वारा बताई गई मरीज की बिमारी से संबंधित जवाब के बारे में जानकारी ली। जिला कलक्टर ने सीएमएचओ एवं पीएमओ से अस्पताल में जनरल आईसीयू किस तरह तैयार हो एवं उसके लिए चाहने वाले सभी प्रकार की सुविधा किस तरह अस्पताल में लाई जा सके इसके लिए विचार विमर्श किया । उन्होंने पीएमओ को निर्देश दिए कि वे मेल मेडिकल वार्ड सहित सभी गंदे पड़े बैड साईड लॉकर पर तुरंत पेंन्ट करवाएं ताकि मरीज को स्टेंड के गंदे होने के कारण अपना विभिन्न प्रकार का सामान रखते में कोई दिक्कत ना हो। उन्हाेंने निर्देश दिए कि अस्पताल में साफ-सफाई व्यवस्था पुख्ता रहे, शौचालय साफ रहें, पेयजल की पुख्ता व्यवस्था हो, चादर व पर्दे समय पर धुलवाए जाएं। उन्होंने प्रस्तावित पार्क व पार्किंग स्थल के कार्य को जल्द से जल्द शुरू करवाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर रवि जैन ने टीबी अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल की गंदी दिवारे, गंदे फर्श, खुल पड़े तारों, विधुत टूल बॉक्स के बाहर पड़े तारों, अस्पताल में लाईट की व्यवस्था नहीं होने, मरीजों के लिए शौचालय नहीं होने पर सख्त नाराजगी जाहिर की उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को फटकार लगाते हुए इन्हें तुरंत दुरूस्त करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सीएमएचओ को तत्काल टीबी अस्पताल का निरीक्षण कर मरीजों के लिए शौचालय बनवाने, नियमित साफ-सफाई करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां एसटीएलएस, सीबीनएएटी, लैब, चिकित्सा अधिकारियों के रूम सहित मरीजों को दी जानी वाले सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने टीबी अस्पताल से सखी सेन्टर तक जाने वाले रास्ते में उबड़-खाबड़ जमीन का समतलीकरण करवाकर इन्ट्रलोकिंग करवाने हेतु निर्देश दिए। जिला कलक्टर रवि जैन ने बीडीके अस्पताल में स्थित सुलभ शौचालय में टूटे नल, नियमित सफाई नहीं होने तथा ठेकेदार द्वारा मनमर्जी करने पर सुलभ शौचालय को एमआरएस में लेकर नए टेंडर कर टाईल्स एवं नए नल लगाकर शौचालय को निःशुल्क करने के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए। जिला कलक्टर रवि जैन ने बीडीके अस्पताल के मानसिक रोग विभाग, हड्डी रोग विभाग तथा किसी भी तरह से विकलांग सर्टिफिकेट के लिए आने वाले मरीजों को विकलांगता प्रमाण पत्र उसी समय जारी करें ताकि मरीज को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। इस प्रकार के कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की जाएगी। पीएमओ शुभकरण कालेर ने बताया कि बीडीके अस्पताल में विशेष तौर पर नियमित सोमवार एवं गुरूवार को विकलांगता प्रमाण पत्र दिए जाते है, अगर कोई मरीज अन्य वार को सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आता है तो उसे सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा। जैन ने दवाई कांउन्टर पर मौजूद मरीजों से फ्री में दी जा रही दवाई के बारे में पुछा तो मरीजों ने उन्हें पूरी दवाई उपलब्ध होने की बात कही। उन्होंने संबंधित को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री निःशुल्क दवाई वितरण केन्द्र में सभी प्रकार की दवाई उपलब्ध करवाएं साथ ही चिकित्सक भी वहीं दवाई लिखे जो कांउन्टर पर उपलब्ध हो। इस दौरान सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर, पीएमओ डॉ. शुभकरण कालेर, महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्यौला, डॉ. विकास राहड़ सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।