दिया बेटा-बेटी की समानता का संदेश
खण्डेला,( आशीष टेलर ) कस्बे के समीप दुल्हेपुरा गांव में युवती को घोड़ी पर बिठाकर उसकी बिनोरी निकाली गई। गांव के लोगों के लिए यह अनूठा मामला था। अमूमन लड़कियों की बिंदोरी नहीं निकाली जाती। इस कारण घोड़ी पर युवती को बैठी देखा तो गांव में उसे देखने के लिए भीड़ एकत्र हो गई। भंवर लाल यादव ने पुरानी रीति-रिवाजों में बदलाव करते हुए अपनी पुत्री पिंकी की बिनौरी निकाली पिता ने कहा कि बेटे बेटी एक समान होते हैं। इसी भावना के कारण यह काम किया।
गौरतलब है कि गांव में भंवर लाल यादव की बेटी प्रियंका की शादी है। इससे पहले धार्मिक रीति-रिवाज के अनुसार शादी से दो दिन पहले दूल्हा की तेल-बिनोरी निकाली जाती है। यहां पुरानी रीति-रिवाजों में बदलाव करते हुए बेटी को भी घोड़ी पर बिठाकर उसकी बिनौरी निकाली। गांव के मुख्य मार्गों से बिनौरी निकाली गई। पिता ने कहा कि बेटे बेटी एक समान होते हैं। इसी भावना के कारण उन्होंने यह काम किया। सरपंच ने भी इस तरह के बिनौरी आयोजन की सराहना की।