राजलिया गांव में भरा मेला, महिलाओं ने की खरीददारी
दांतारामगढ़, [प्रदीप सैनी ] राजलिया गांव में पहाड़ी पर स्थित देवनारायण भगवान मंदिर में देवनारायण भगवान का 1111 जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। भोपा भगवान गुर्जर, नाथूराम गुर्जर ने बताया कि चाड परिवार को देवनारायण भगवान ने चमत्कार दिखाया और दर्शन दिए तब इस देवनारायण मंदिर का निर्माण विक्रम सवंत 1365 में चाड गोत्र के गुर्जर ने करवाया था। उन्होंने बताया कि हमारे 5 गांवों के सभी जाति के लोग शादी के 15-20 दिन पहले भगवान देवनारायण को निमंत्रण देने आते हैं। मंगल गीत गाती हुई महिलाएं और साथ में सवा सेर का चावल व अढ़ाई किलो बाजरी का खिचड़ा लेकर भगवान देवनारायण के भोग लगाया जाता हैं। वही मंदिर प्रांगण में पीले चावल होते हैं। भगवान गणेश को प्रथम निमंत्रण दिया जाता हैं। यह परंपरा इस मंदिर में विक्रम सवंत 1686 से चली आ रही है जो लगभग 400 वर्ष पुरानी हैं। राजलिया गांव में भगवान देवनारायण का वर्ष में दो बार मेला भरता हैं। इस वर्ष भगवान देवनारायण का 1111 जन्मोत्सव मनाया गया। शनिवार को देवनारायण भगवान का मेला भरा। आसपास के गांवों के हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने देवनारायण भगवान के दर्शन कर प्रसाद चढ़ाया और मन्नतें मांगी। इस मेले में महिलाओं व बच्चों ने खरीदारी की। इस अवसर पर काफी संख्या में श्रद्धालु व ग्रामीणजन उपस्थित रहे।