झुन्झुनूं, स्थानीय गणपति नगर स्थित न्यू राजस्थान पब्लिक स्कूल प्रांगण में रविवार को शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित हुआ। आयोजक जिला उपाध्यक्ष प्यारेलाल ढूकिया ने 1378 शिक्षकों का सम्मान किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद नरेन्द्र कुमार खीचड़, अध्यक्ष पवन मांवडिया जिला अध्यक्ष भाजपा थे। वहीं विशिष्ट अतिथि सेवा निवृत जिला शिक्षा अधिकारी लियाकत अली खान, भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुशीला सीगडा़, जिलामंत्री महावीर ढ़ाका, महेन्द्र चन्दवा, डॉ. राजेश बाबल, सुभाष कडवासरा ब्लॉक अध्यक्ष मण्डावा, अशोक सिंह बड़ागांव, सेवा निवृत संयुक्त निदेशक हरिराम महण, शीशराम कालेर, राजेश कोठारी, रामसिंह तेतरवाल, सुभाष मोगा, मनफूल बाबल, लक्ष्मण सिंह मील, दिनेश विष्ट, अनिल खीचड़, जगदीश दुलड़, सुधीर चौमाल, मनोज कालेर, जगमेन्द्र धायल, हनुमान नेमीवाल, नरेन्द्र सिंह झाझडि़या, अख्तर अली, सुरेश श्योराण, राजीव झाझडि़या, अमित शर्मा मंचासीन रहे। सरस्वती वन्दना के साथ कार्यक्रम का श्रीगणेश हुआ। स्वागत भाषण में भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्यारेलाल ढूकिया ने स्वागत भाषण में कार्यक्रम में पधारे शिक्षकवृन्द का आभार व्यक्त किया और कहा कि शिक्षक से बड़ा समाज व राष्ट्र का निर्माता नहीं होता। उन्होंने गुरु महिमा समझाते हुये बताया कि जीवन रुपी भव सागर पार करने हेतु गुरु की आवश्यकता होती है। मुख्य अतिथि सांसद नरेन्द्र कुमार खीचड़ ने प्रचलित पौराणिक कहानियों द्वारा समाज व उपस्थित शिक्षकगणों को समय व गुरु आशीर्वाद का महत्व समझाया।
उन्होंने बताया कि सफलता का कोई शॉर्ट कट नहीं होता, गुरु मार्ग दर्शन से ही सफलता मिलती है। संस्था सचिव इंजी. पीयूष ढूकिया ने बताया कि सेवा निवृत शिक्षक, कार्यरत निजी शिक्षक, निदेशक जनों का प्रतीक चिन्ह व शॉल औढ़ाकर स्वागत व सम्मान किया। इस अवसर पर दयानन्द ढूकिया, रणजीत ढूकिया, लालचन्द ढूकिया, संस्था संरक्षिका विनोद ढूकिया, सहायक अभियन्ता ज्योति ढूकिया, एकेडमिक डायरेक्टर डॉ. शिखा सहाय, शुभकरण खीचड़, डॉ. अनुपम शर्मा, डॉ. प्रतिभा, उप प्राचार्या पिंकेश एवं समस्त स्टाफ सदस्य व मूलचन्द वर्मा, नून सिंह शेखावत, शिवचन्द दनेवा, प्रहलाद जाखड़, विद्याधर बुडानियां, रधुवीर महला, नागर मल तेतरवाल, गुलाबचन्द जांगिड़, धड़सीराम राहड़, भगवानाराम पूनियां, दुर्गाराम मिश्रा, लक्ष्मण राम धीवा, रामेश्वरलाल बसेरा, अक्षय सिंह बारेठ, विद्याधर भालोठिया, नारायण सिंह बारेठ उपस्थित थे। कार्यक्रम संचालन सुधीर शर्मा व मंगलाराम जांगिड़ ने किया।