श्रीमाधोपुर के जवान बीरबल राम यादव का शव पहुंचा गांव पृथ्वीपुरा
श्रीमाधोपुर,[महेन्द्र खडोलिया] त्रिपुरा में 31 बीएसएफ बगाफा बटालियन में तैनान राजस्थान के सीकर जिले के श्रीमाधोपुर निवासी जवान बीरबल राम यादव की आत्म हत्या का मामला आज तूल पकड़ गया। जवान का शव आज जैसे ही पैतृक गांव पृथ्वीपुरा पहुंचा तो परिजनों ने शव लेने से इन्कार कर दिया।परिजनों का कहना है कि वह पहले जवान बीरबल राम की मेडिकल रिपोर्ट देखेंगे। उसमें आत्महत्या की पुष्टि के बाद ही वह शव का अंतिम संस्कार करेंगे। परिजनों का आरोप है कि जवान ने आत्महत्या नहीं की बल्कि, उसकी हत्या की गई है। जिसके बाद उसका शव फांसी के फंदे पर लटकाया गया है। बीएसएफ कमांडेंट व जवानों की समझाइश के बाद भी परिजन अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। पूर्व विधायक, थानाधिकारी, तहसीलदार पहुंचे मौके पर बीएसएफ के जवान बीरबल राम यादव का शव आज सुबह पृथ्वीपुरा गांव में पहुंची जिसको घरवाले लेने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मांग कर रहे थे कि बीरबल यादव आत्महत्या नहीं कर सकता है तो मौके पर पूर्व विधायक झाबर सिंह खर्रा पहुंचकर उच्च अधिकारियों से बात की वह जल्द से जल्द रिपोर्ट मंगवाने की बात कही। घटना की सूचना पर थानाधिकारी कैलाश चंद मीणा और तहसीलदार महिपाल सिंह राजावत भी मौके पहुंचे और पहले तो शव लेकर गांव पहुंचे बीएसएफ के कमांडेंट से वार्ता की। इसके बाद उनके साथ परिजनों को समझाने की कोशिश की। लेकिन, समाचार लिखे जाने तक परिजन नहीं माने। वह अब तक ग्रामीणों के साथ शव उठाने को मना ही कर रहे हैं। ऐसे में मौके पर गहमा गहमी का माहौल हो गया है। गौरतलब है कि 45 वर्षीय बीरबल राम का शव 22 मई त्रिपुरा में फंदे पर झूलता हुआ मिला था। जिसको लेकर बीएसएफ ने उसकी आत्म हत्या की बात कही थी। लेकिन, आज जैसे ही बीरबल राम का शव सुबह चार बजे पैतृक गांव पृथ्वीपुरा पहुंचा, तो परिजन मेडिकल रिपोर्ट की मांग पर अड़ गए। ऐसे में करीब साढ़े छह घंटे से जवान का शव बीएसएफ के ट्रक में ही रखा है। मौके पर लोगों की भीड़ भी बढ़ती जा रही है। बतादें कि कुछ दिन पहले भी श्रीमाधोपुर की अजीतगढ़ पंचायत में एक जवान की गोली लगने से मौत के बाद भी परिजनों हंगामा किया था। शरीर पर गोली के निशान नहीं होने की बात कहते हुए उन्होंने शव उठाने से इन्कार कर दिया था। बाद में अधिकारियों के आश्वासन से मामला शांत हुआ था।