RMC द्वारा फर्जी रजिस्ट्रेशन का प्रकरण : अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर रजिस्ट्रार तत्काल प्रभाव से निलंबित
चिकित्सा मंत्री के निर्देशों पर 5 सदस्यीय जांच कमेटी गठित
जयपुर, राजस्थान मेडिकल काउंसिल द्वारा फर्जी रजिस्ट्रेशन के प्रकरण में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने तत्काल संज्ञान लेते हुए 5 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। कमेटी की अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. राजेश शर्मा को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही, इस पद का अतिरिक्त कार्य भार सवाई मानसिंह अस्पताल के प्रमुख विशेषज्ञ सर्जरी डॉ. गिरधर गोपाल गोयल को दिया गया है। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार प्रथम दृष्टया रजिस्ट्रेशन जारी करने में कुछ प्रक्रियागत खामियां सामने आई हैं। साथ ही, रजिस्ट्रेशन में लापरवाही एवं अनियमितता से संबंधी तथ्य भी सामने आए हैं। इसे देखते हुए रजिस्ट्रार को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा है कि फर्जी रजिस्ट्रेशन जारी होना गंभीर मामला है। हम इसकी तह तक जाएंगे। राज्य सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। चिकित्सा विभाग में भी इसी नीति के आधार पर काम सुनिश्चित किया जा रहा है। फर्जी रजिस्ट्रेशन के मामले में जांच कमेटी की रिपोर्ट में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों और कार्मिकों पर सख्त एक्शन लेंगे। किसी भी स्तर पर अनियमितताएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि प्रकरण संज्ञान में आते ही चिकित्सा मंत्री ने मामले की गहन जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी गठित करने के निर्देश दिए थे। इस कमेटी में चिकित्सा शिक्षा आयुक्त इकबाल खान, परियोजना निदेशक पीसीपीएनडीटी महिपाल सिंह, अतिरिक्त निदेशक राजपत्रित डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, वित्तीय सलाहकार वीना गुप्ता एवं एसएमएस मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह शामिल हैं। कमेटी ने मंगलवार शाम को अपनी अंतरिम रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है। शीघ्र ही कमेटी अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी, जिसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।