सूर्य नमस्कार का जिला स्तरीय कार्यक्रम एसएनकेपी महाविद्यालय में होगा आयोजित
जिले में डेढ़ लाख बच्चे करेंगे सामूहिक सूर्य नमस्कार : निजी और सरकारी स्कूलों के संस्था प्रधानों को किया पाबंद
नीमकाथाना, जिले में 15 फरवरी को सूर्य सप्तमी के अवसर पर सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के लगभग डेढ़ लाख बच्चे सूर्य नमस्कार करेंगे। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली है। साथ ही निजी स्कूलों को भी कार्यक्रम कराने को लेकर पाबंद किया है। सभी स्कूलों में कार्यक्रम को लेकर छात्रों को सूर्य नमस्कार का अभ्यास भी करवाया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी राधेश्याम योगी ने बताया कि सूर्य नमस्कार का जिला स्तरीय कार्यक्रम गुरुवार को प्रातः 10:30 बजे सेठ नंदकिशोर पटवारी राजकीय महाविद्यालय में आयोजित किया जाएगा। जिले के सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में करीब 2 लाख बच्चों का नामांकन है। ऐसे में जिलेभर में डेड लाख बच्चे कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इसको लेकर राजस्थान स्कूल परिषद ने आदेश जारी किए है। परिषद के आदेश के अनुसार शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राएं 15 फरवरी को सूर्य सप्तमी के तहत सूर्य नमस्कार करेंगे। सूर्य नमस्कार का अभ्यास प्रार्थना सभा में बालक और बालिकाओं के लिए अलग-अलग करवाया जाने के निर्देश दिए हैं, जिससे आयोजन की भागीदारी में सहजता बनी रहे। डीईओ राधेश्याम योगी ने बताया कि सूर्य नमस्कार किए जाने के लिए जिले की गैर सरकारी स्कूलों को भी पाबंद किया गया है । साथ ही कार्यक्रम को लेकर आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए।उन्होंने बताया कि माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर के अधिकारी भी निरीक्षण के लिए जिले में रहेंगे ।
सूर्य नमस्कार के लाभ
सूर्य नमस्कार को 12 चरणों में किया जाता है। इससे मस्तिष्क शुद्ध ऑक्सीजन युक्त रक्तलाकर शारीरिक रूप से स्वस्थ्य, मानसिक रूप से सतर्क और भावनात्मक रूप से संतुलित करता है। शरीर के सभी प्रणालियों को सक्रिय करता है। स्त्रावी ग्रंथियों पर इसका प्रभाव पड़ने से बढ़ते बच्चों में बचपन और किशोरावस्था के बीच की अवधि को संतुलित करने में मदद करता है। मेरुदंड और कमर को ज्यादा लचीला बनाता है और मांसपेशियों को मजबूत करता है।