आर्थिक रूप से थे अक्षम, राज्य सरकार ने दिया सहारा, मुफ्त हुआ हार्ट ऑपरेशन- स्टेंट डला, मिल गया जीवनदान
चूरू, राज्य सरकार की राज्य के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता की परिचायक मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना राज्य की जनता के लिए वरदान साबित हुई है। ऎसी ही अपनी कहानी बताते हैं जिले के रतननगर कस्बे के रहने वाले उस्मान गनी, जिनके लिए मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना संजीवनी बनकर आई। उस्मान बताते हैं कि अक्टूबर, 2022 के महीने में अचानक दिल का दौरा पड़ने से उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया। घर और परिवार के आर्थिक हालात बहुत ही कमजोर थे। इसके चलते उनका इलाज करवा पाना भी बहुत मुश्किल था।
वे बताते हैं कि उनका परिवार राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पंजीकृत था। पड़ोस की ही आशा सहयोगिनी बिमला देवी की प्रेरणा से उन्होंने अपने परिवार का योजना में पंजीकरण करवाया था। योजना में पंजीकृत होने से राजधानी मुख्यालय स्थित महात्मा गांधी अस्पताल में स्टेंट डालकर उनका हार्ट का सफल ऑपरेशन हुआ। ऑपरेशन के बाद उनको 15 दिन तक चिकित्सकीय देख-रेख में रखा गया और इसके बाद छुट्टी दे दी गई।
राज्य सरकार सहारा बनकर खड़ी रही
वह अपनी कहानी बताते हैं कि 10 वर्ष पहले 2014 में भी उनका हार्ट का ऑपरेशन हो चुका हैं, उस समय उनके परिवार पर 01 लाख 04 हजार रुपए के खर्च के साथ बहुत बड़ा आर्थिक भार आया था। उनका परिवार अब तक उस हादसे से उबर नहीं पाया था कि फिर वैसी ही परिस्थितियां आ गई। लेकिन इस बार उस्मान चिंतामुक्त थे क्योंकि राज्य सरकार उनके परिवार के लिए बहुत बड़ा सहारा बनकर खड़ी थी। उनके परिवार पर एक रुपए का भी आर्थिक भार नहीं आया।
बिना किसी खर्च ऑपरेशन, दवाएं और जांच भी मुफ्त
उस्मान बताते हैं कि उनका ऑपरेशन पूर्णतया निःशुल्क रहा और एक भी रुपए का खर्चा और आर्थिक भार उन पर नहीं आया। ऑपरेशन में काम में ली गई दवाइयों सहित उनकी समस्त दवाएं एवं जांचें भी उनको निःशुल्क रहीं। इतना ही नहीं घर लौटते समय साथ में बेहतर स्वास्थ्य और उतम देखभाल के नजरिए से 15 दिन की दवाएं भी बिल्कुल निःशुल्क दी गई।
राजस्थान का निवासी होना ‘‘सौभाग्य‘‘
उस्मान व उनका परिवार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धन्यवाद देते हुए राज्य सरकार के प्रति कृतज्ञता जाहिर करते हैं। वे कहते हैं कि राजस्थान का निवासी होना उनके लिए सौभाग्य की बात है। राजस्थान में लागू चिरंजीवी योजना उनके लिए संजीवनी बनकर आई, जिससे उनको जीवनदान मिला और उनके परिवार को बहुत बड़ा आर्थिक सहारा।