ग्रामीण क्षेत्र में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से शत-प्रतिशत परिवारों को जोड़ने वाले सरपंचों को किया जायेगा सम्मानित
चूरू, जिले में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के सफल और प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर मंगलवार को बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि चिरंजीवी योजना की सम्पूर्ण जानकारी जन जन तक पहुँचेगी, तभी सभी लोगों को योजना का लाभ मिल पायेगा। यह रोगियों के निःशुल्क इलाज की बेहद उपयोगी योजना है, इसके समस्त लाभों की जानकारी आमजन तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने बताया कि योजना की सरसरी जानकारी तो लोगो है लेकिन सम्पूर्ण जानकारी लोगों तक पहुंचा कर जागरूक करना आवश्यक है। जिला कलेक्टर ने रजिस्ट्रेशन से वंचित या छूटे हुए परिवारों को प्रेरित कर उन्हें रजिस्ट्रेशन करवाकर योजना के दायरे में लाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने बताया कि योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर शत-प्रतिशत लोगों को जुड़वाने वाले सरपंचों को जिला स्तर पर सम्नानित किया जायेगा।
बैठक में राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी की कार्यकारी निदेशक (परिवेदना) स्नेहलता हारित ने जिले में योजना के अंतर्गत अब किये गए कार्य की समीक्षा करते हुए सरकारी अस्पतालों में ओर अधिक पैकेज बुक करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने 2 अक्टूबर को आयोजित होने वाली विशेष ग्राम सभाओं में योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर दिया। साथ ही लोगों को योजना से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने सभी इंपेनल्ड अस्पताल में योजना की जानकारी, लाभ की विधि और उपलब्ध पैकेज की आईईसी समुचित रूप से उचित स्थानों पर प्रदर्शित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री जीवन रक्षा योजना में किसी भी दुर्घटना में घायल व्यक्ति का का योजना से इंपेनल्ड निजी अस्पताल और सरकारी अस्पतालों में 72 घण्टे तक मुफ्त इलाज देकर जान बचाने वाली इस योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर दिया। बैठक में उप निदेशक जयसिंह ने एक प्रजेंटेशन के जरिये योजना के प्रभावी, सफल क्रियान्वयन और मॉनिटरिंग के तरीके बताए।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भंवरलाल सर्वा ने बताया कि जिले में 21 सरकारी और 19 निजी अस्पतालों में योजना संचालित है, जहाँ पर निरंतर योजना के पात्र परिवारों को लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब रजिस्ट्रेशन से छूटे परिवारों को योजना से जोड़ा जायेगा। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ देवकरण गुरावा ने बताया कि शहरी क्षेत्र में योजना से जोड़ने के लिए प्रेरित किया जायेगा। इस अवसर पर योजना की डीपीसी रचना ने पीपीटी के माध्यम से जिले के पैकेज बुकिंग की जानकारी दी। बैठक में सीईओ हरी राम चौहान, बीसीएमओ डॉ जगदीश भाटी, डीपीएम आशीष खण्डेलवाल, यूपीएम संग्राम सिंह, बीसीएमएचओ सहित चिकित्सा प्रभारी मौजूद रहे ।