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आपातकालीन सेवा को छोड़कर ओपीडी कार्य का पूर्ण बहिष्कार

उदयपुरवाटी क्षेत्र के समस्त राजकीय एवं निजी चिकित्सा संस्थानों में ओपीडी कार्य का किया पूर्ण बहिष्कार

उदयपुरवाटी, [कैलाश बबेरवाल ] विधानसभा क्षेत्र की समस्त राजकीय एवं निजी चिकित्सा संस्थान की ओपीडी का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया गया। आपको बता दें कि लालसोट दौसा की गोल्ड मेडलिस्ट स्त्री रोग विशेषज्ञ स्वर्गीय डॉक्टर अर्चना शर्मा को हत्या के झूठे मुकदमे में फंसा कर आत्महत्या के लिए बाध्य करने की घटना से राज्य के समस्त चिकित्सा समुदाय आहत और क्षुब्ध है। इस जघन्य घटना के विरोध में अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सा संघ के उच्चाधिकारियों द्वारा ओपीडी कार्य का पूर्ण बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया था। उदयपुरवाटी बीसीएमओ डॉ. मुकेश भूपेश ने बताया कि अरिस्दा के आदेशानुसार झुंझुनूं जिले के अरिस्दा अध्यक्ष डॉक्टर जब्बार एवं महासचिव डॉ. राजेंद्र ढाका के नेतृत्व में संपूर्ण झुंझुनू जिले में 31 मार्च 2022 को ओपीडी कार्य का पूर्ण रूप से बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है। उदयपुरवाटी ब्लॉक में संपूर्ण सरकारी तथा निजी चिकित्सा संस्थान में आपातकालीन सेवा के अलावा समस्त चिकित्सा सेवाओं का बहिष्कार किया गया है, साथ ही अगर राज्य शासन द्वारा इस जघन्य अपराध को कार्य करने वाले दोषी पुलिस अधिकारियों और समाज कंटक असामाजिक तत्वों के विरुद्ध विधि सम्मत समय पर कार्यवाही नहीं की जाती है, तो 1 अप्रैल 2022 के बाद भी अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ अरिस्दा के निर्णय के अनुसार आपातकालीन सेवाओं को भी परिस्थिति के अनुसार बहिष्कार करने का निर्णय करेंगे। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिमेष गुप्ता ने कहा कि जिस डॉक्टर को भगवान कहा जाता है उस डॉक्टर के साथ राजनीतिक दबाव के चलते एक इस प्रकार कि जघन्य घटना के विरोध में ओपीडी कार्य का बहिष्कार किया गया है। जो आगे भी अरिस्दा के आदेशानुसार ही रहेगा। इस दौरान डॉ. मनोज सैनी, डॉक्टर परमानंद शर्मा, डॉ. रीना अग्रवाल, नर्सिंग अधीक्षक सत्यनारायण सैनी सहित कोविड हेल्थ सहायक एवं संपूर्ण मेडिकल नर्सिंग स्टाफ व कर्मचारीगण मौजूद रहे।

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