खींचो न कमानों को न तलवार निकालो,
जब तोप मुकाबिल हो तो अख़बार निकालो।’
झुंझुनू, गांधी कृषि फार्म सूरजगढ़ में राष्ट्रीय साहित्यिक व सामाजिक संगठन आदर्श समाज समिति इंडिया की बैठक धर्मपाल गांधी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। संगठन द्वारा साहित्यिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने पर विशेष चर्चा हुई। संगठन से जुड़े कवि, लेखक व साहित्यकारों के प्रस्ताव और विशेषकर आदर्श समाज समिति इंडिया प्रयागराज जनपद की अध्यक्ष रेनू मिश्रा दीपशिखा के अनुरोध पर आदर्श समाज समिति इंडिया के सदस्यों ने विचार विमर्श के बाद साहित्यिक गतिविधियों को सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए एक पत्रिका निकालने पर विचार किया। आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने बताया कि संगठन से जुड़े साहित्यकारों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए और युवा साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने के लिए आदर्श समाज समिति इंडिया ने एक पत्रिका निकालने पर विचार किया है। संपादक मंडल का गठन व प्रकाशन की सभी प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए शीघ्रता से संगठन द्वारा साहित्य के क्षेत्र में नया अध्याय लिखा जायेगा। साहित्य के बिना राष्ट्र की सभ्यता और संस्कृति निर्जीव है। साहित्यकार का कर्म है कि वह ऐसे साहित्य का सृजन करे, जो राष्ट्रीय एकता, मानवीय समानता, विश्व-बंधुत्व और सद्भाव के साथ हाशिये के आदमी के जीवन को ऊपर उठाने में उसकी मदद करे। साहित्य का आधार ही जीवन है। साहित्यकार समाज और अपने युग को साथ लिए बिना रचना कर ही नहीं सकता है, क्योंकि सच्चे साहित्यकार की दृष्टि में साहित्य ही अपने समाज की अस्मिता की पहचान होता है। पत्र-पत्रिकाएं किसी भी युग की ऐतिहासिक, राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक एवं धर्मिक घटनाओं को न केवल स्वयं अपने में संजोए हुए रहती हैं, बल्कि उनका एक विशिष्ट ढंग से मूल्यांकन और विश्लेषण भी करती हैं। पत्र-पत्रिकाएं समाज का एक ऐसा दर्पण हैं जिनसे समाज का प्रतिबिंब स्पष्ट एवं मुखर होकर स्वयं ही बोलने लगता है। साहित्य का विकास समाज के बीच होता है। समाज में जब कोई बड़ा परिवर्तन आता है, तो साहित्य पर भी उसका प्रभाव पड़ता हैं। राष्ट्रीय साहित्यिक व सामाजिक संगठन आदर्श समाज समिति इंडिया साहित्य के क्षेत्र में सत्य की बुनियाद पर क्रांतिकारी कदम उठाने जा रहा है। बैठक में आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गाँधी, समाजसेवी इन्द्र सिंह शिल्ला, चाँदकौर, अशोक शिल्ला, डॉ. सुनीता शिल्ला, सुनील गांधी, सतीश कुमार, बृजेश, विद्याधर नारनौलिया, हितेश शिल्ला, दिनेश, सरिता, अंजू गांधी, अमित कुमार आदि अन्य लोग मौजूद रहे।