चुरूताजा खबरशख्सियत

कोरोना के बाद कुछ अच्छी चीजें बची रहेंगी – कुमार अजय

चूरू की जनता से रूबरू

चूरू, चूरू पुलिस व फिल्मस्थान की ओर से जारी ऑनलाइन लाइव सेशन के दूसरे सत्र में साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार प्राप्त लेखक कवि और साहित्यकार कुमार अजय शुक्रवार को चूरू की जनता से रूबरू हुए। उन्होंने अपनी कविता बची रहेंगी कुछ अच्छी चीजें… के जरिए कोरोना संकट और लॉकडाउन में क्या अच्छा हो सकता है के बारे में बताया। उन्होंने अपनी सहज बातों के जरिए युवाओं और आम जनता को अपना नजरिया सकारात्मक रखने के लिए प्रेरित किया। जनता की मांग पर कुमार अजय ने राजस्थानी कविता आपां मिलस्यां…. सहित कुछ व्यंग्यात्मक और प्रेम कविताओं का वाचन किया। कुमार ने कहा कि बच्चों को अगर डायरी लिखने के लिए प्रेरित किया जाए तो वह निश्चित तौर पर अच्छे संवेदनशील व्यक्ति बनाने में सहयोग करेंगी, यह जरूरी नहीं की लेखक ही बने लेकिन उन्हें सहज इंसान बनने में मदद करेगी। उन्होंने जनता को संदेश दिया की कोरोना संकट में चूरू जिला व पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है। इसे सफल बनाने के लिए जनता का सहयोग चाहिए। कुमार अजय ने जिला कलेक्टर संदेश नायक और पुलिस एसपी तेजस्विनी गौतम की ओर किए जाने वाले प्रयास पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल एक एेसा समय है जिसमें हम अपनी रचनाशीलता को नए फलक पर पहुंचा सकते हैं। कुमार अजय ने लेखक की रचना धर्मिता से लेकर स्वयं के जीवन को उदाहरण देते हुए युवाओं को लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रेरित किया कुमार अजय ने कहा कि मजदूर दिवस बताता है और समझाता है कि हम सब देश के निर्माण श्रमिक हैं हमें श्रम से दूर नहीं होना चाहिए । कुमार अजय ने युवाओं के साथ अपने पिता की चाय की दुकान से लेकर साहित्यकार व सरकारी अधिकारी बनने के संघर्ष व अनुभव को साझा किया। उन्होंने उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि उन्हें लगातार पढ़ना चाहिए सीखना चाहिए और संवेदनशील बने रहना चाहिए। लेखक और लेखक पूर्वाग्रह से दूर रहना चाहिए ।जाति, धर्म संप्रदाय से मुक्त रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि नौकरी और रचनाधर्मिता के बीच सामंजस्य बिठाने में उन्हें उनके परिवार सहयोग मिलता है इसलिए वे रचनाधर्मिता का कर्म भी कर पाते हैं।

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