जिला कलक्टर संदेश नायक ने किया जागरुकता प्रदर्शनी का उद्घाटन
चूरू, जिला कलक्टर संदेश नायक ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए शासन एवं प्रशासन के स्तर पर बेहतरीन प्रयास हो रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद जन-जागरुकता इस बीमारी से लड़ने में सर्वाधिक उपयोगी एवं कारगर हथियार है। जिला कलक्टर आज बुधवार को सूचना केंद्र में जिला प्रशासन तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से कोरोना के बचाव एवं रोकथाम के लिए आयोजित जागरुकता प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना ने हमें जीवन शैली को लेकर एक सबक दिया है कि हमें सेल्फ हाईजीन को लेकर अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति बार-बार हाथ धोने की आदत डाले, अनावश्यक बाहर नहीं निकले, बाहर निकलने की स्थिति में मास्क का उपयोग करे और सोशल डिस्टेंसिंग तो सबसे ज्यादा जरूरी है ही। उन्होंने कहा कि बीमारी किसी भी व्यक्ति को हो सकती है, इसलिए व्यक्तिगत सावधानी का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि जागरुकता प्रदर्शनी में कोरोना महामारी की रोकथाम एवं बचाव संबंधी जारी दिशा-निर्देशों का बेहतर ढंग से प्रदर्शन किया गया है जिसका अवलोकन कर कोरोना महामारी से बचाव के प्रति लोग जागरुक हो सकेंगे। विधायक राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रदर्शनी में लगाई गई सामग्री की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जागरुकता के लिए किया गया कोई भी प्रयास प्रशंसनीय है। हम सब मिलकर प्रयास करेंगे तो निस्संदेह बहुत जल्दी इस महमारी पर नियंत्रण पा सकेंगे। हर व्यक्ति को इस महामारी के खिलाफ जंग में योद्धा बनना होगा। उन्होंने कहा कि हम जिले में कोरोना महामारी की रोकथाम एवं बचाव हेतु राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों के साथ हैं। इस वैश्विक महामारी को हराने के लिए सरकार के साथ-साथ आमजन की समुचित भागीदारी आवश्यक है।
सभापति पायल सैनी ने प्रदर्शनी के अवलोकन के बाद कहा कि राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन की ओर से बीमारी की रोकथाम, बचाव, जागरुकता की दिशा में व्यापक कार्य किया गया है तथा लॉक डाऊन अवधि में प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य प्रभावितों को राहत देने के लिए किया गया प्रबंधन सराहनीय है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के प्रति हमारी छोटी सी लापरवाही संक्रमण को बढ़ा सकती है। गांधी जीवन दर्शन समिति के रियाजत खान ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुशलता एवं प्रबंधन का अनूठा परिचय इस महामारी के समय में दिया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की और प्रत्येक वर्ग की समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री ने जो संवेदनशीलता दिखाई है, वह उन्हें सच्चा जननायक साबित करती है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से जीवन रक्षा के लिए साबुन से बार-बार हाथ धोना, चेहरे पर मास्क लगाना, बुखार-खांसी-सांस की तकलीफ पर अस्पताल जाना, 2 गज की दूरी बनाना, होम एवं संस्थागत क्वेरेंटाईन सलाह का पालन करना आवश्यक है। सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय ने कोरोना जागरुकता अभियान में जिले में किए जा रहे कार्यों एवं कार्यक्रमों का परिचय देते हुए बताया कि प्रदर्शनी 31 जुलाई तक आमजन के निःशुल्क अवलोकनार्थ खुली रहेगी। जागरुकता प्रदर्शनी में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में ज्ञानवद्र्धक जानकारियों को दर्शाया गया है। इस अवसर पर निवर्तमान जिला प्रमुख हरलाल सहारण, बीसूका के पूर्व सदस्य जमील चौहान, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामस्वरूप चौहान, एसीईओ डॉ. नरेन्द्र चौधरी, सीएमएचओ डॉ. भंवरलाल सर्वा, बसंत शर्मा, सीताराम जांगिड़, एक्सईएन रामकुमार झाझड़िया, आईईसी कॉर्डिनेटर रतन सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।